पूज्य गुरु जी की लगाई फुलवाड़ी, आज महका रही हिमाचल

Miracle in Cleanliness Campaign

साध-संगत का विश्वास अपने सच्चे सतगुरु जी पर दृढ़ था, है और आगे भी रहेगा

धर्मशाला(अनिल कक्कड़/दीपक त्यागी)। रविवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना माह डेरा श्रद्धालुओं द्वारा उत्साह व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। साध-संगत व हिमाचल के 45 मैंबर कमेटी सदस्यों का कहना था कि डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना माह हिमाचल की साध-संगत के लिए किसी पर्व से कम नहीं है। साध-संगत इस पर्व को मानवता भलाई कार्यांे के साथ मना रही है। ब्लॉक के जिम्मेवारों ने इस मौके पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का भी कोटि-कोटि धन्यवाद किया जिन्होंने गुरुमंत्र की अनमोल दात देकर साध-संगत को अपने पावन चरणों से जोड़ा।

‘‘पूज्य गुरु जी ने जो 5 साल पहले यहां पर नाम का बीज बोया था, आज वो फुलवाड़ी बहुत बड़ी हो चुकी है और ऐसी फुलवाड़ी बन चुकी है जिसकी महक पूरे हिमाचल में महक रही है। आप स्वयं साध-संगत के सैलाब को देख सकते हैं। ये साध-संगत आज डेरा सच्चा सौदा के स्थापना माह को एक पर्व के रूप में उत्साह व श्रद्धा के साथ मना रही है।
-दीपक इन्सां, पोंटा साहिब, हिमाचल।

‘‘जैसे ही मुझे पता चला कि धर्मशाला में डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना माह मनाया जा रहा है तो मेरी खुशी का ठीकाना नहीं रहा। साध-संगत का विश्वास अपने सच्चे सतगुरु जी पर दृढ़ था, है और आगे भी बरकरार रहेगा।
-सुमन इन्सां, पोंटा साहिब, हिमाचल।

‘‘नामचर्चा में दूर-दूर से साध-संगत का आना लगातार जारी है। साध-संगत में डेरा सच्च सौदा के रूहानी स्थापना माह को लेकर पूरा उत्साह व जोश बरकार है। डेरा श्रद्धालुओं का सैलाब इस कदर नाच-गाकर नामचर्चा में पहुंच रही कि यहां तिल के दाने रखने तक भी जगह नही है।
-चमन लाल, कालाअम्ब, हिमाचल।

‘‘जब हम साध-संगत के घर नामचर्चा का संदेश लेकर पहुंचे तो उनकी खुशी का कोई अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था। डेरा श्रद्धालुओं में इस कदर उत्साह व जुनून था जैसे कि हिन्दुस्तान में दीवाली हो। पूज्य गुरु जी ने 2017 में यहां रूहानी सत्संग फरमाया था, उससे दो गुणा आज यहां धर्मशाला में साध-संगत डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना माह मनाने को एकत्रित हुुई है।
-केहर सिंह 45 मैंबर, हिमाचल प्रदेश।

‘‘18 जून 2017 को इसी ग्राउंड पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने यहां पावन सत्संग फरमाया था। उसके बाद आज लगभग 5 साल के बाद मालिक की वहीं फुलवाड़ी यहां सजी हुई नजर आ रही है। कल्पना से परे भारी तादाद में जो साध-संगत यहां पधारी है, उसको देखकर बेहद खुशी हो रही है। पूज्य गुरु जी ने हिमाचल प्रदेश की साध-संगत पर अपना बेशुमार प्रेम बरसाया है। और आज ये ऐसा बेमिसाल भंडारा बख्श दिया, जिसकी कल्पना भी नहीं थी। पूज्य गुरु जी के चरणों में यही अरदास है कि आपजी जल्दी से जल्दी देह रूप में हम सबके बीच पधारें और सबसे पहले हिमाचल प्रदेश में रूहानी सत्संग फरमाएं जी।
-कमल ठाकुर इन्सां, 45 मैंबर हिमाचल प्रदेश।

‘‘इस घोर कलियुग के समय में जहां बुराई का बोलबाला है, ऐसे वक्त में हिमाचल के कोने-कोने से लंबा सफर तय करके यहां इस पावन भंडारे में उमड़ी साध-संगत की पूज्य गुरु जी के प्रति श्रद्धा, भक्ति और दृढ़ विश्वास बेमिसाल है, इसके लिए हम आपको बारंबार सजदा करते हैं। सतगुरु जी ने नशे और बुराइयां छुड़वाकर हमारे घरों को स्वर्ग, जन्नत से भी बढ़कर खुशियों से महकाया है, इसके लिए पूज्य गुरु जी को कोटि-कोटि नमन, सजदा करते हैं। लेकिन अफसोस इस बात का है कि जिन्होंने हमें अच्छाई-नेकी की शिक्षा दी, उनके साथ षड्यंत्र किए गए और डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत को तोड़ने की साजिशें की गई। साध-संगत जी ये काल और दयाल की लड़ाई है और जीत दयाल की ही होगी। सतगुरु के ये आशिक अपने दृढ़ विश्वास के साथ नेकी-भलाई के मार्ग से न तो टस से मस हुए हैं और न ही कभी होंगे, बल्कि पूरी दृढ़ता से आगे बढ़ते जाएंगे।
-शीशपाल इन्सां, 45 मैंबर हिमाचल प्रदेश

‘‘डेरा सच्चा सौदा का धन्यवाद करता हूँ जो उन्होंने यहां धर्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया। सेवादारों ने हर व्यवस्था इतनी बखूबी की है कि हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। और ये देवभूमि है यहां सभी का आदर सम्मान किया जाता है। हर इंसान को धार्मिक प्रवृति का होना चाहिये। आप देख सकते हैं कि यहां कोई अपने बच्चों को लेकर आ रहा, कोई अपनी पत्नी, बहन और माँ को लेकर आ रहा है। इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्रित हुए हैं ये काबिल-ए-तारीफ है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here