15,465 मरीजों की आँखों की हुई जाँच, 391 का ऑपरेशन के लिए चयन
34th Yaad-e-Murshid Free Eye Camp: सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। महान समाज सुधारक डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से शाह सतनाम-शाह मस्ताना जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा में आयोजित 34वां याद-ए-मुर्शिद परम पिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप एक बार फिर मानवता की सेवा की जीवंत मिसाल साबित हुआ। Yaad-e-Murshid Free Eye Camp
इस मेगा आई कैंप ने वर्षों से अंधेरे में डूबी हजारों जिंदगियों में आशा और रोशनी की नई किरण जगाई है। चार दिन तक चले विशाल सेवा कार्य में देशभर के विभिन्न प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों से पहुंचे 129 से अधिक प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञों ने कुल 15,465 मरीजों (9,033 महिलाएं व 6,432 पुरुष) की आँखों की नि:शुल्क जांच की।
जांच के दौरान 372 सफेद मोतिया तथा 19 काला मोतिया से पीड़ित मरीजों की पहचान कर उन्हें ऑपरेशन के लिए चयनित किया। कैंप में जरूरतमंदों को केवल जांच तक सीमित न रखते हुए 3,568 मरीजों को नि:शुल्क चश्मे और 9,889 मरीजों को मुफ्त दवाइयां प्रदान की गई, जिससे असहाय व गरीब वर्ग को बड़ा सहारा मिला। सोमवार सायं तक 276 मरीजों के सफल ऑपरेशन किए जा चुके थे, जबकि शेष चयनित मरीजों के ऑपरेशन 18 दिसंबर तक शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में निरंतर जारी रहेंगे। ऑपरेशन उपरांत सोमवार तक 215 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। Yaad-e-Murshid Free Eye Camp
ऑपरेशन के बाद मरीजों को उनके गंतव्य तक नि:शुल्क छोड़ने की व्यवस्था भी
विशेष बात यह रही कि डेरा सच्चा सौदा, सरसा द्वारा ऑपरेशन के बाद मरीजों को उनके गंतव्य तक नि:शुल्क छोड़ने की व्यवस्था भी की गई। घर लौटते समय मरीज और उनके परिजन भावुक होकर सेवादारों को आशीर्वाद देते और डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी का आभार व्यक्त करते नज़र आए। शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल के सीएमओ डॉ. गौरव अग्रवाल इन्सां ने बताया कि कैंप में कुल 15,465 मरीजों की जांच की गई, जिनमें से 391 मरीजों को ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया है।
उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी की प्रेरणाओं से आयोजित यह कैंप देशभर से आए हजारों मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है। विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से आए नेत्र रोग विशेषज्ञों ने यहां उपलब्ध अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं और अनुशासित सेवा व्यवस्था की भी मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस फ्री आई कैंप ने न केवल आँखों का इलाज किया, बल्कि समाज में अंतिम पंक्ति में खड़े जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन में उम्मीद, आत्मविश्वास और सम्मान की भावना भी जगाई। डेरा सच्चा सौदा द्वारा निरंतर किए जा रहे ऐसे मानवता भरे कार्य यह सिद्ध करते हैं कि निस्वार्थ सेवा ही सच्ची इबादत है, और यही विचार इस विशाल सेवा अभियान की आत्मा है। Yaad-e-Murshid Free Eye Camp















