शिक्षा विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद सरकारी स्कूलो में हर साल घट रही विद्यार्थियों की संख्या

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Kaithal शिक्षा विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद सरकारी स्कूलो में हर साल घट रही विद्यार्थियों की संख्या

कैथल, सच कहूं /कुलदीप नैन | जिले के सरकारी स्कूलो में दाखिले बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग की तरफ से प्रवेश उत्सव चलाया जा रहा है | यह पिछले कई सालो से चल रहा है लेकिन इसके बावजूद सरकारी स्कूलो में विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट आ रही है | इस बार बार भी अभी तक 94 हजार बच्चो ने सरकारी स्कूलो में दाखिला लिया है , जोकि पिछले साल से कम है | हालाँकि अधिकारियो द्वारा दावा किया जा रहा है कि वे पिछली साल वाले आंकड़े को पूरा कर लेंगे | शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेश उत्सव को लेकर समय समय पर बैठको का आयोजन किया जाता है जिसमे सभी सरकारी विद्यालयो के मुखियों द्वारा भाग लिया जाता है | इन बैठको का मुख्य मकसद सरकारी स्कूलो में बच्चो की संख्या बढ़ाने व ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को प्रवेश करवाने का होता है | शिक्षा विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद राजकीय स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ने की बजाय लगातार घटती ही जा रही है। वहीं निजी स्कूलों में हर साल विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में शिक्षा विभाग के लिए सरकारी स्कूलो में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाना एक चुनौतीपूर्ण सवाल बना हुआ है |

हर साल घट रहे दाखिले

कैथल जिले में 2022-23 के सत्र में 1 लाख 14 हजार 125 विद्यार्थी थे जोकि 2023-24 में घटकर 1 लाख 2 हजार 915 रह गए। वही बात अगर इस बीते साल की करे तो 98 हजार 73 विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलो में दाखिले करवाए है | इस साल अनुमान ये लगाया जा रहा है कि पिछले साल वाला आंकड़ा भी शायद ही छू पाए | हालांकि अभी दाखिला प्रक्रिया जारी है लेकिन दसवीं कक्षा का परिणाम भी जारी हो चूका है, इससे में अब दाखिले बढ़ने की ज्यादा उम्मीद नहीं है | जिला शिक्षा विभाग द्वारा अब भी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है।

क्या है प्रवेश उत्सव ?

शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए हर वर्ष प्रवेश उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान शिक्षक अभिभावकों को स्कूल की सुविधाओं व अन्य जरूरी जानकारी देकर उनकी सोच निजी स्कूलों के बजाय सरकारी स्कूलों की ओर करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इन सब कोशिशों का कोई असर नहीं दिख रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार, लोगों की सोच बदलने की जरूरत है। बाकी सब सुविधाएं सरकारी स्कूलों में मौजूद हैं। वहीं लोगों का कहना है कि स्कूलों में सुविधाओं की कमी नहीं है, लेकिन शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई स्कूलों में मुख्य विषयों के शिक्षक ही नहीं है, इस कारण बच्चे स्कूल छोड़ने पर मजबूर हैं।

दाखिला प्रक्रिया जारी है : डीईओ

शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश उत्सव के तहत सरकारी स्कूलो में बच्चो की संख्या बढ़ाने के प्रयास जारी है। 94 हजार से ज्यादा दाखिले जिले के सरकारी स्कूलो में हो चुके है | अभी दाखिला प्रक्रिया चल रही है। पिछले साल वाली संख्या को पूरा कर लिया जाएगा।
— रामदिया गागट, जिला शिक्षा अधिकारी, कैथल

वर्ष विद्यार्थी
2022-23 114125
2023-24 102915
2024-25 98073
2025-26 94423….दाखिले जारी है

बॉक्स
कैथल जिले में सरकारी स्कूल
प्राइमरी स्कूल 371
मिडिल स्कूल 66
हाई स्कूल 33
सेकेंडरी स्कूल 119
कस्तूरबा गाँधी विद्यालय 02