एडीजीपी और एएसआई की आत्महत्या पर बोले डीजीपी ओपी सिंह

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Gharaunda News: एडीजीपी और एएसआई की आत्महत्या पर बोले डीजीपी ओपी सिंह

कहा- दोनों हमारे सहयोगी थे, ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए गंभीरता से विचार चल रहा है, तनाव कम करने को बेहतर माहौल पर फोकस रहेगा

घरौंडा (सच कहूँ न्यूज़)। Gharaunda News: हरियाणा पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने मधुबन पुलिस अकादमी पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकाराें से बातचीत के दौरान एडीजीपी और एएसआई की आत्महत्या के मामले पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है और इससे पूरा पुलिस परिवार व्यथित है। डीजीपी ने कहा कि विभाग इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि आगे ऐसी स्थिति दोबारा न बने। इसके लिए पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों के लिए तनावमुक्त माहौल तैयार करने पर काम किया जा रहा है। Gharaunda News

गुरूवार को मधुबन पुलिस अकादमी में शहीदी स्मारक पहुंचे हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रोहतक की घटना पर वे टिप्पणी नहीं करना चाहते थे, लेकिन इन आत्महत्याओं की घटनाओं से वे बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ही हमारे अपने सहयोगी थे और इस घटना ने झकझोर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग इस मामले पर गंभीरता से विचार कर रहा है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा पैदा न हो।

डीजीपी ने कहा कि हरियाणा पुलिस में करीब 70 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं और उनके परिवारों की जिम्मेदारी भी विभाग की है। उन्होंने कहा कि ऑफिसर्स वाइफ एसोसिएशन के इंस्टिट्यूट को और मजबूत करने पर काम चल रहा है ताकि पुलिसकर्मियों के परिवारों को सहयोग मिल सके। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के काम का तनाव अक्सर परिवार तक पहुंच जाता है, इसलिए अब विभाग इस दिशा में काम करेगा कि उनके लिए “लिविंग एनवायरनमेंट” बेहतर बनाया जाए।

पुलिस चुनौतियों का काम करती है, मानसिक संतुलन जरूरी | Gharaunda News

डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस का काम चुनौतियों से भरा होता है। इसलिए जरूरी है कि हर पुलिसकर्मी मानसिक रूप से मजबूत रहे। उन्होंने कहा कि मुश्किलें आती रहेंगी, लेकिन कोई भी स्थिति इतनी न बढ़े कि जान देने जैसी नौबत आ जाए। विभाग ऐसे कदम उठाएगा जिससे पुलिसकर्मी तनावमुक्त होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।

त्योहारों और भीड़ प्रबंधन पर भी दिए निर्देश

शहीदी स्मारक पर पहुंचे डीजीपी ने कहा कि हर अधिकारी और कर्मचारी को अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी संभालनी चाहिए। त्योहारों के दौरान सतर्कता और एहतियात जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कभी लोग जश्न मनाएंगे तो कभी विरोध करेंगे, पुलिस की भूमिका सिर्फ भीड़ को व्यवस्थित रखने की है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग ठगी और बदमाशी को धंधा बना चुके हैं, उन्हें जेल तक पहुंचाना पुलिस की जिम्मेदारी है और हमें इस “सप्लाई चेन” को मजबूत रखना है।