History News: विश्व साहित्य के शेक्सपियर युग की धरोहर ‘ग्लोब थियेटर’ एक समय का सांस्कृतिक केन्द्र था। लेकिन 29 जून 1613 का दिन इसके इतिहास में एक काली छाया लेकर आया। उस दिन थिएटर में हेनरी आठवें नाटक का मंचन हो रहा था। जैसे ही तोप के एक दृश्य के लिए बारूद का इस्तेमाल किया गया, छत पर लगी घास की छाजन में आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरे थिएटर को लील लिया। इस भयावह घटना में चमत्कार यह था कि कोई जनहानि नहीं हुई। दर्शक सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन इंग्लैंड की रंगमंचीय परंपरा को बड़ा झटका लगा। हालांकि, अगले ही वर्ष इसे फिर से बनाया गया और थिएटर की विरासत को पुनर्जीवित किया गया।
हिन्दी में जादू का जनक | History News
29 जून 1861 को जन्मे देवकीनंदन खत्री ने हिन्दी साहित्य को वह आयाम दिया जिसकी किसी को कल्पना नहीं थी- तिलिस्मी और ऐयारी उपन्यासों का अद्भुत संसार। उनकी प्रसिद्ध रचना चंद्रकांता ने उस दौर के लाखों पाठकों को जादू, रहस्य और रोमांच के एक ऐसे संसार से परिचित कराया जो आज भी अमर है। खत्री पहले ऐसे लेखक थे जिन्होंने हिन्दी को उस स्तर पर लोकप्रिय किया जहाँ लोग केवल पढ़ने नहीं, बल्कि देवनागरी लिपि सीखने के लिए लालायित हो गए ताकि वे उनकी रचनाओं को पढ़ सकें। चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति और भूतनाथ जैसी कृतियों ने हिन्दी को आमजन की भाषा बना दिया। History News
क्रिकेट का शिखर पुरुष
29 जून 2007 को क्रिकेट के इतिहास में एक और स्वर्णिम पन्ना जुड़ गया, जब सचिन तेंदुलकर ने एक दिवसीय क्रिकेट में 15,000 रन पूरे किए। उन्होंने यह उपलब्धि साउथ अफ्रीका के खिलाफ बेलीव्यू ओवल, बेलफास्ट में हासिल की। क्रिकेट में सचिन के योगदान ने उन्हें भारत रत्न उपाधि दी। युवाओं को उन्होंने यह संदेश दिया कि सफलता अचानक नहीं आती- हर रन के पीछे वर्षों की मेहनत, समर्पण और मानसिक संतुलन छुपा होता है।
यह भी पढ़ें:– Haryana News: हरियाणा में अब इन परिवारों के कांटे जाएंगे राशन कार्ड, सरकार ने जारी किया आदेश