
सीबीआई ने घर से बरामद की करोड़ों की नकदी, सोना-चांदी और संपत्ति दस्तावेज
- बिचौलिये कृष्णु के 9 दिन के रिमांड से प्रशासनिक अधिकारियों में मचा हड़कंप
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। DIG Harcharan Singh Bhullar: पंजाब के निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का नया मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर सोनल मिश्रा की शिकायत पर की गई, जिसमें भुल्लर पर अपने पद का दुरुपयोग कर लंबे समय से भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए गए हैं। सीबीआई ने उनके घर पर छापेमारी कर सात करोड़ रुपये नकद, दो करोड़ रुपये मूल्य का सोना-चांदी और बड़ी संख्या में संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए।
इसके बाद जांच अधिकारी कुलदीप सिंह को इस मामले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हरचरण सिंह भुल्लर इस समय पुराने मामले में बुडैल जेल में बंद हैं। उस मामले में उनका रिमांड नहीं लिया गया था, लेकिन अब नए मामले के दर्ज होने के बाद सीबीआई किसी भी समय उनका रिमांड लेकर बरामद नकदी और संपत्ति के स्रोतों की पूछताछ कर सकती है।
व्यापारी से रिश्वत मांगने का आरोप: मंडी गोबिंदगढ़ के व्यापारी आकाश बत्रा ने 11 अक्टूबर को सीबीआई को शिकायत दी थी कि डीआईजी भुल्लर ने अपने दलाल कृष्णु के माध्यम से उससे आठ लाख रुपये की मांग की थी। व्यापारी को पुराने मामले में नुकसान पहुंचाने की धमकी दी जा रही थी। शिकायत के बाद 15 अक्टूबर को मामला दर्ज कर भुल्लर और कृष्णु को गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी में 7.36 करोड़ रुपये नकद, 2.32 करोड़ रुपये का सोना-चांदी और 26 ब्रांडेड घड़ियां बरामद की गईं। साथ ही करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे।
कृष्णु की गिरफ्तारी से अधिकारियों में भय का माहौल | Chandigarh News
पूर्व हॉकी खिलाड़ी और भुल्लर के लिए बिचौलिये का काम करने वाले कृष्णु की गिरफ्तारी के बाद पंजाब के कई वरिष्ठ अधिकारियों में भय का माहौल बन गया है। बताया जा रहा है कि कृष्णु के संबंध केवल आईपीएस अधिकारियों तक सीमित नहीं थे, बल्कि कई आईएएस अधिकारियों से भी उसकी निकटता रही है। बुधवार को पूरे दिन पंजाब प्रशासन में कृष्णु को लेकर ही चर्चा होती रही और कई अधिकारी चिंतित नजर आए।

सीबीआई ने चंडीगढ़ अदालत से कृष्णु का नौ दिन का रिमांड लिया है। माना जा रहा है कि कृष्णु जिन अधिकारियों का नाम लेगा, उन्हें सीबीआई पूछताछ के लिए तलब कर सकती है और गंभीर मामलों में गिरफ्तारी भी संभव है। कृष्णु के साथ हुई सामान्य मुलाकातें भी अब अधिकारियों के लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। Chandigarh News
कांग्रेस शासनकाल में बने थे संबंध, अब जांच की बारी
सूत्रों के अनुसार कृष्णु के सबसे अधिक संबंध कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बने थे। यह स्पष्ट नहीं है कि वह केवल डीआईजी भुल्लर के लिए ही काम करता था या अन्य अधिकारियों के लिए भी। सीबीआई अगले नौ दिनों में इस रहस्य को उजागर करने की कोशिश करेगी और भ्रष्ट अधिकारियों को पकड़ने की दिशा में कार्रवाई तेज करेगी।
यह भी पढ़ें:– Civil Hospital Sirsa: स्वच्छता, इंफेक्शन कंट्रोल व तकनीकी सुधारों पर तैयारी में जुटा नागरिक अस्पताल प्रबंधन














