डीएम ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया निरीक्षण, दिए निर्देश

Kairana News
Kairana News: डीएम ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया निरीक्षण, दिए निर्देश

किसानों ने प्लांट को नियमित रूप से संचालित न किये जाने का लगाया था आरोप

  • एक दिन पूर्व सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने भी लिया था प्लांट व मामौर झील का जायजा

कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। Kairana News: डीएम ने मामौर पहुंचकर झील पर बनाए गए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने प्लांट को नियमित रूप से संचालित करने तथा सफाई व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश दिए। एक दिन पूर्व सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने भी मामौर झील व प्लांट का जायजा लिया था।

शनिवार को डीएम शामली अरविंद चौहान मामौर झील पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने झील के पानी को ट्रीट करने हेतु नमामि गंगे परियोजना के तहत जल निगम द्वारा स्थापित किये गए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का गहन निरीक्षण किया। डीएम ने प्लांट परिसर में भरे अतिरिक्त पानी को साफ करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्लांट को नियमित रूप से संचालित करने को कहा ताकि झील को ओवरफ्लो होने से रोका जा सके। जिलाधिकारी ने जल निगम के उच्चाधिकारियों से फोन पर वार्ता करके प्लांट को रेगुलर ऑपरेट करने को कहा। Kairana News

विगत दिनों झील के निकटवर्ती किसानों ने ट्रीटमेंट प्लांट को नियमित रूप से संचालित न किये जाने की शिकायत की थी। इसी के मद्देनजर सदर विधायक प्रसन्न चौधरी ने भी मामौर झील व प्लांट का निरीक्षण किया था। उन्होंने जिलाधिकारी को प्लांट पर मिली खामियों से अवगत कराया था। इस दौरान एसपी शामली नरेंद्र प्रताप सिंह, एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक समयपाल अत्री आदि मौजूद रहे। वहीं, एसडीएम ने बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया गया है। प्लांट को नियमित संचालित करने तथा साफ-सफाई हेतु निर्देशित किया गया है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कार्य करने के निर्देश | Kairana News

तहसील प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों में यमुना के पानी से किसानों की फसलों को हुए नुकसान के आकलन हेतु लेखपालों को सर्वे कार्य करने के निर्देश दिए है, जिसके चलते हलका लेखपाल सर्वे कार्य में जुट गए है। एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज ने बताया कि विगत दिनों यमुना नदी का पानी खादर क्षेत्र के किसानों के खेतों में घुस गया था, जिसके कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ था। शासन के निर्देश पर यमुना के पानी से हुए नुकसान के आकलन हेतु हलका लेखपालों को सर्वे कार्य करने के लिए कहा गया है। सर्वे रिपोर्ट पूरी होने पर जिला मुख्यालय पर प्रेषित की जाएगी। इसके पश्चात, प्रभावित किसानों को मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

यह भी पढ़ें:– पिछड़ा कहे जाना वाला घरौंडा विकास की नई राहों पर अग्रसर: हरविन्द्र कल्याण