जल सिंचाई विभाग के कैबिनेट मंत्री बरिन्द्र गोयल का दावा
- कागजी कार्रवाई साबित हुई तो अधिकारियों पर गिरेगी गाज, भ्रष्टाचार नहीं होगा बर्दाश्त
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Chandigarh News: पंजाब में बाढ़ का कारण बनने वाली ड्रेनों को लेकर जल सिंचाई विभाग के कैबिनेट मंत्री बरिन्द्र गोयल ने बड़ा दावा किया है कि इस बार ड्रेनों की सफाई कागजी नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर की गई है और पंजाब की हर ड्रेन को साफ किया गया है। अगर कोई भी व्यक्ति यह साबित कर दे कि ड्रेनों की सफाई नहीं हुई है तो उस क्षेत्र में कागजी कार्रवाई करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। पंजाब व खास कर जल सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। Chandigarh News
वह खुद गारंटी लेते हैं कि पंजाब में 100 फीसदी जमीनी स्तर पर ही काम हुुआ है, क्योंकि उन्होंने इसकी कई लैवल पर चैकिंग भी करवाई है। चंडीगढ़ में प्रैस कॉन्फ्रैंस करते कैबिनेट मंत्री बरिन्द्र गोयल ने कहा कि पंजाब में 4766 किलोमीटर डेÑनों की सफाई जमीनी स्तर पर की गई है व इस पर 276 करोड़ रुपये भी खर्च किए गए हैं। इस बार विभाग ने खुद भी मशीनों की खरीद करते हुए इस काम में लगाया है। गोयल ने कहा कि प्रकृति का मुकाबला नहीं किया जा सकता। हम अपनी तैयारी करने के साथ ही बाढ़ जैसी हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। Chandigarh News
उन्होंने बताया कि एमरजैंसी हालातों के दौरान जो साजो सामान की जरूरत होती है, उसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। 10 हजार के करीब जम्बो बैग की खरीद कर ली गई है ताकि अगर किसी नहर के टूटने की खबर आए तो उसे तुरंत रिपेयर कर दिया जाए व आमजन को नुक्सान से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि पंजाब में ड्रेनों की सफाई होने से इस बार नुक्सान नहीं होने की संभावना जताई जा रही है व विभाग भी अपने स्तर पर तैयार है।
पंजाब में 4766 किलोमीटर की गई ड्रैनों की सफाई, 276 करोड़ किए खर्च
बरिन्द्र गोयल ने यहां एक बार फिर कहा कि पंजाब में डेÑनों की सफाई दौरान अगर किसी भी तरह का भ्रष्टाचार हुआ या फिर सफाई सिर्फ कागजों में ही हुई तो सीधे से उनको आम जनता शिकायत कर सकती है, तो वह उस अधिकारी के खिलाफ तुरंत एक्शन लेंगे। Chandigarh News
यह भी पढ़ें:– Bulandshahr: बुलन्दशहर में खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यवाही