Earthquake Meerut: मेरठ (रकम सिंह)। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में रविवार की सुबह भूकंप के हल्के झटकों से धरती थरथरा उठी। राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र (एनसीएस) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह भूगर्भीय हलचल सुबह 8 बजकर 44 मिनट पर दर्ज की गई, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 2.7 मापी गई है। Meerut News
एनसीएस के मुताबिक़, भूकंप का उपकेंद्र मेरठ के आस-पास के क्षेत्र में 28.87 अंश उत्तरी अक्षांश और 77.96 अंश पूर्वी देशांतर पर स्थित था। यह झटका ज़मीन की सतह से महज़ 5 किलोमीटर की गहराई में उत्पन्न हुआ, जिससे इसका प्रभाव सीमित क्षेत्र में ही महसूस किया गया। हालांकि, कंपन की तीव्रता कम होने के बावजूद कुछ स्थानों पर लोगों ने हल्का कंपन महसूस किया और घबराकर बाहर निकल आए। राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
इसी सप्ताह, 28 मई को पूर्वोत्तर भारत के मणिपुर राज्य में भी धरती दो बार कांपी थी। पहली बार चुराचांदपुर ज़िले में तड़के 1 बजकर 54 मिनट पर 5.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। यह झटका 40 किलोमीटर की गहराई से आया था। इसके कुछ ही मिनटों बाद तड़के 2 बजकर 26 मिनट पर नोनी ज़िले में 2.5 तीव्रता का एक और हल्का भूकंप आया, जिसकी गहराई 25 किलोमीटर मापी गई। Meerut News
हालांकि इन झटकों से किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है, मगर लगातार दो झटकों से पूर्वोत्तर राज्यों में दहशत का माहौल बना रहा। उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष 4 अक्टूबर को मणिपुर-नागालैंड की सीमा पर भी 3.6 तीव्रता का भूकंप आ चुका है।
भूकंप क्यों आते हैं?
भूकंप धरती की अंदरूनी संरचना में मौजूद टेक्टोनिक प्लेटों की गति और आपसी टकराव का परिणाम होते हैं। जब ये प्लेटें आपस में रगड़ खाती हैं या एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती हैं, तो धरती के भीतर संचित ऊर्जा एक झटके के रूप में बाहर निकलती है। यही ऊर्जा जब सतह तक पहुँचती है, तो वह भूकंपीय तरंगों के रूप में कंपन उत्पन्न करती है, जिसे हम भूकंप के रूप में अनुभव करते हैं। आपको बता दें कि एनसीएस हर भूकंपीय गतिविधि पर निगरानी रखता है और वास्तविक समय में जानकारी साझा करता है, ताकि प्रशासनिक इकाइयाँ सतर्कता बरत सकें। Meerut News
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