Kolkata ED Raids: कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी भारतीय पहचान दस्तावेज उपलब्ध कराने के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए इंदुभूषण हालदार उर्फ दुल्लाल को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 13 अक्टूबर को कोलकाता जोनल कार्यालय की विशेष टीम द्वारा की गई। आरोपी को विशेष पीएमएलए अदालत, विचार भवन में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे पाँच दिन की ईडी हिरासत में भेजने का आदेश दिया ताकि गहन पूछताछ की जा सके। Kolkata ED News
ईडी ने यह जांच पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर आरंभ की थी। पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि एक पाकिस्तानी नागरिक आजाद हुसैन उर्फ आजाद मलिक उर्फ अहमद हुसैन आजाद लंबे समय से भारत में फर्जी पहचान पत्र के सहारे रह रहा था और वह बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पहचान दस्तावेज एवं पासपोर्ट उपलब्ध कराने वाले गिरोह से जुड़ा हुआ था।
जांच से यह भी सामने आया कि नदिया जिले के चाकदह निवासी इंदुभूषण हालदार इस अवैध नेटवर्क का प्रमुख संचालक था। उसने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, राशन कार्ड और निवास प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेज तैयार कर बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय पासपोर्ट प्राप्त कराने में सहायता की। बदले में, वह भारी राशि वसूलता था और इस अवैध कारोबार से उसने बड़ी संपत्ति अर्जित की। Kolkata ED News
ईडी के सूत्रों के अनुसार, अब तक की जांच में पता चला है कि इंदुभूषण हालदार ने लगभग ढाई सौ (250) से अधिक विदेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारतीय दस्तावेज दिलाने में मदद की। वह इस काम में पाकिस्तानी नागरिक आजाद मलिक के निरंतर संपर्क में था। इससे पहले आरोपी ने अग्रिम जमानत के लिए कोलकाता स्थित विशेष पीएमएलए अदालत तथा कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर की थीं, जिन्हें दोनों अदालतों ने खारिज कर दिया था।
ईडी ने इसी मामले में 13 जून 2025 को आजाद मलिक के विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 की धाराओं के अंतर्गत अभियोजन शिकायत दायर की थी, जिस पर न्यायालय ने 19 जून को संज्ञान लिया। एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार, यह मामला केवल फर्जी दस्तावेज़ीकरण का नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क से जुड़ा गंभीर प्रकरण है। अब जांच इस दिशा में बढ़ाई जा रही है कि इस रैकेट के पीछे और कौन-कौन से व्यक्ति व संगठन सक्रिय हैं। Kolkata ED News