फर्जी कॉल सेंटर और नकली बैंक गारंटी रैकेट की जांच तेज़
ED raids Delhi: नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार रात दिल्ली के खानपुर इलाके में तीन स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई, जो एक फर्जी कॉल सेंटर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में चल रही जांच का हिस्सा है। ED raid Khanpur
ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह कॉल सेंटर माइक्रोसॉफ्ट विंडोज जैसे असली सॉफ्टवेयर की आड़ में पायरेटेड सॉफ्टवेयर बेच रहा था। इस सॉफ्टवेयर के ज़रिये अमेरिकी और अन्य विदेशी नागरिकों को ठगा गया। गुरुवार रात लगभग 10:30 बजे शुरू हुई छापेमारी अब तक जारी है। जांच एजेंसी को संदेह है कि इस कॉल सेंटर के माध्यम से 2016-17 से 2024-25 के बीच करीब 100 करोड़ रुपये की विदेशी धनराशि प्राप्त हुई है। इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय की जांच फिलहाल प्रगति पर है।
फर्जी बैंक गारंटी रैकेट का भी पर्दाफाश | ED raid Khanpur
ईडी ने एक अन्य मामले में भी जांच तेज़ कर दी है। यह मामला नकली बैंक गारंटी रैकेट से जुड़ा है, जिसकी शिकायत नवंबर 2024 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में दर्ज की गई थी। इसी शिकायत के आधार पर ईडी ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर छापे मारे हैं।
जांच में सामने आया है कि ओडिशा स्थित ‘बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड’, उसके निदेशक और एक सहयोगी मिलकर 8% कमीशन पर फर्जी बैंक गारंटी जारी कर रहे थे। इसके बदले में इन्होंने फर्जी बिलिंग के ज़रिये लेनदेन को वैध दिखाने का प्रयास किया।
ईडी की कार्रवाई के दौरान भुवनेश्वर में इस कंपनी से जुड़े तीन परिसरों पर छापा मारा गया, जबकि कोलकाता में एक सहयोगी के ठिकाने पर भी तलाशी ली गई। जांच के दौरान कई अघोषित बैंक खातों और करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेनदेन का पता चला है। ईडी को यह भी संदेह है कि इस रैकेट के तार कई अन्य कंपनियों और फर्जी वित्तीय लेनदेन से जुड़े हो सकते हैं। संबंधित दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच जारी है। ED raid Khanpur
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