अंबाला, (सच कहूँ, संदीप)। मानसून पूर्व बाढ़ नियंत्रण तैयारियों के निरीक्षण के दौरान हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला में विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली पर सख्त नाराजगी जताई। पांच घंटे चले इस निरीक्षण में मंत्री ने नगर परिषद, सिंचाई विभाग, जन स्वास्थ्य, रेलवे, पीडब्ल्यूडी समेत कई विभागों के अधिकारियों से जमीनी हालात का जायजा लिया और कई स्थानों पर लापरवाही मिलने पर फटकार लगाई।
नालों की सफाई में लापरवाही उजागर
गुडगुडिया नाले पर निरीक्षण के दौरान पानी निकासी के तीन में से दो रास्ते बंद मिलने पर मंत्री ने ठेकेदार पर सख्त नाराजगी जताते हुए तत्काल सफाई के निर्देश दिए। विजय रतन चौक, कबाड़ी बाजार और 12 क्रॉस रोड क्षेत्र में भी नाले में निर्माण सामग्री मिलने पर अधिकारियों को फटकार लगाई गई। यादव धर्मशाला के पास अंडरग्राउंड नाले की सफाई पर जानकारी मांगने पर भी अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। यह स्थिति दर्शाती है कि मानसून से पहले बाढ़ नियंत्रण की तैयारी के दावे कितने धरातल पर उतर पाए हैं। प्रशासनिक समन्वय की कमी और कार्य की गति पर भी मंत्री ने कई बार असंतोष व्यक्त किया।
महेशनगर ड्रेन की सफाई में भी ढिलाई
महेशनगर ड्रेन में सफाई के लिए पर्याप्त मजदूर नहीं लगाए जाने पर मंत्री ने ठेकेदार से तीखे सवाल पूछे। सफाई के लिए कम संसाधन झोंकना विभागीय गंभीरता पर सवाल खड़े करता है, खासकर तब जब भारी बारिश के दौरान यह ड्रेन बाढ़ नियंत्रण की प्रमुख भूमिका निभाता है।
बब्याल पंप हाउस को हॉटलाइन से जोड़ने में देरी
बब्याल पंप हाउस का निरीक्षण करते हुए अनिल विज ने पंपिंग क्षमता बढ़ाने और बिजली की हॉटलाइन से जोड़ने के निर्देश दिए। लेकिन हॉटलाइन को जोड़ने में हो रही देरी को लेकर एक्सईएन को फटकार झेलनी पड़ी। मंत्री ने चेतावनी दी कि मानसून से पहले इन कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाए ताकि बाढ़ की स्थिति में निर्बाध जल निकासी हो सके।
सिंचाई विभाग की खुदाई कार्य प्रणाली पर असंतोष
टांगरी नदी में खुदाई का निरीक्षण करते हुए मंत्री ने सिंचाई विभाग की कार्यशैली पर असंतोष जताया। चंदपुरा ब्रिज और जगाधरी रोड के समीप खुदाई में मशीनरी की कमी व अनियमित लेवलिंग को लेकर अधिकारियों को फटकार मिली। सवाल यह उठता है कि हर वर्ष इसी तरह अंतिम क्षणों में तैयारियों को दौड़ाने की स्थिति क्यों बनती है।
अव्यवस्थाओं की श्रृंखला पर प्रशासनिक जिम्मेदारी
बाढ़ नियंत्रण को लेकर वर्षों से भारी बजट और संसाधन झोंकने के बावजूद हर साल अंबाला में कमोबेश यही तस्वीर सामने आती है। कहीं अधूरी सफाई, कहीं ठेकेदारों की मनमानी और विभागों के बीच समन्वय की कमी मानसून के दौरान शहर के लिए हर बार संकट का कारण बनती है। मंत्री विज की सक्रियता के बावजूद क्या प्रशासन स्थायी समाधान की ओर बढ़ेगा — यह बड़ा सवाल है।
रामपुर सरसेहड़ी व अन्य क्षेत्रों में भी निर्देश
मंत्री ने रामपुर सरसेहड़ी में स्टोन पिचिंग और टांगरी बांध रोड के विस्तार कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए इन्हें मानसून से पहले पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा डायवर्जन ड्रेन और बब्याल पंप हाउस के महत्व को दोहराते हुए विज ने कहा कि इन व्यवस्थाओं के चलते छावनी क्षेत्र बाढ़ से सुरक्षित रहता है। मगर, गहन निरीक्षण में मिली कमियां विभागीय सतर्कता की वास्तविकता को भी उजागर करती हैं।