पराली प्रबंधन पर किसानों ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा

Budhlada News
Budhlada News: किसानों को संबोधित करते वक्ता।

सरकार के पराली प्रबंधन के उपायों को नाकाफी और असफल करार दिया

  • मशीनों की कमी से नाराज किसान बोले- समय पर बुआई नहीं हो पाएगी

बुढलाडा (सच कहूँ न्यूज)। Budhlada News: पराली प्रबंधन को लेकर किसानों की नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन (एकता) डकौंदा द्वारा गांव गुरने कलां में एक रैली का आयोजन किया गया, जिसकी अगुवाई जिला उप-प्रधान दर्शन सिंह गुरने ने की। बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लेकर सरकार द्वारा किए गए पराली प्रबंधन के उपायों को नाकाफी और असफल करार दिया। Budhlada News

रैली को संबोधित करते हुए किसान नेता मख्खन सिंह भैणी बाघा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा पराली उठाने के लिए किए गए प्रबंध अधूरे हैं। गांवों में बेलर मशीनें समय पर नहीं पहुंच रही हैं और किसानों से प्रति एकड़ 1000 रुपये की मांग की जा रही है। इस कारण बड़े पैमाने पर कटाई हो जाने के बावजूद पराली खेतों में पड़ी है, जिससे गेहूं की बुआई में देरी की आशंका है।

किसान नेताओं ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार से मांग की कि पराली उठाने के लिए जल्द से जल्द मशीनरी का प्रबंध किया जाए या सरकार स्वयं अपने स्तर पर पराली की उठाई करवाए, ताकि किसान समय पर बुआई कर सकें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने कोई ठोस समाधान नहीं निकाला और किसानों को मशीनें उपलब्ध नहीं करवाईं, बल्कि उल्टा उन पर जुर्माना, गिरफ्तारी या पाबंदियां लगाई, तो यूनियन किसानों की मजबूरी के समर्थन में बड़ा विरोध प्रदर्शन करेगी। Budhlada News

इस मौके पर पंजाब सरकार द्वारा बाहरी राज्यों से धान शैलर लाने के फैसले की भी कड़ी निंदा की गई और इसे सख्ती से रोकने की मांग उठाई गई। रैली में जिला प्रधान लखवीर सिंह अकलिया, जिला महासचिव तारा चंद बरेटा, बलजीत सिंह भैणीबाघा सहित गांव इकाई गुरने कलां की समिति के सदस्य गुरदर्शन सिंह, लाभ सिंह, बलवीर सिंह, गुरतेज सिंह, हरजीत सिंह, बाबू सिंह और जगदेव सिंह समेत बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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