नई दिल्ली। भारत में प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस मनाया जाता है। यह दिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें किसान हितैषी नीतियों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। वर्ष 2025 में भी यह दिवस किसानों के योगदान, संघर्ष और देश की खाद्य सुरक्षा में उनकी भूमिका को सम्मान देने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है। Farmers’ Day 2025
राष्ट्रीय किसान दिवस का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र को मजबूती देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में किसानों की केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करना है। देश की आबादी को भोजन उपलब्ध कराने से लेकर गांवों की अर्थव्यवस्था को गति देने तक, किसान भारतीय समाज की रीढ़ माने जाते हैं। किसानों की आय बढ़ाने, जोखिम कम करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार ने समय-समय पर कई जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं।
किसान दिवस 2025 के अवसर पर किसानों से जुड़ी पांच प्रमुख सरकारी योजनाएं इस प्रकार हैं:
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
यह योजना किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके अंतर्गत पात्र भूमिधारी किसान परिवारों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की सहायता तीन समान किस्तों में दी जाती है। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है, जिससे किसान बीज, उर्वरक और घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
इस योजना के माध्यम से किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले फसल नुकसान से सुरक्षा प्रदान की जाती है। बुवाई से लेकर कटाई के बाद तक आने वाले जोखिमों जैसे सूखा, बाढ़, ओलावृष्टि, कीट और रोगों को बीमा सुरक्षा के दायरे में रखा गया है। यह योजना देशभर में अनेक फसलों को कवर करती है और किसानों को आर्थिक स्थिरता देने में सहायक है।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना
किसानों को समय पर और कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना लागू की गई है। इसके तहत फसल उत्पादन, कटाई के बाद के खर्च और कृषि से जुड़ी अन्य आवश्यकताओं के लिए रियायती दर पर ऋण मिलता है। समय पर ऋण चुकाने पर अतिरिक्त ब्याज राहत भी दी जाती है।
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना
छोटे और सीमांत किसानों को वृद्धावस्था में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यह पेंशन योजना शुरू की गई है। योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को 60 वर्ष की आयु के बाद प्रतिमाह निश्चित पेंशन राशि प्रदान की जाती है, जिससे बुढ़ापे में उन्हें आर्थिक सहारा मिल सके।
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
इस योजना के तहत किसानों को उनकी भूमि की गुणवत्ता और पोषक तत्वों की स्थिति की जानकारी दी जाती है। मृदा परीक्षण के आधार पर खाद और उर्वरकों के संतुलित उपयोग की सलाह दी जाती है, जिससे फसल उत्पादन में सुधार होता है और अनावश्यक खर्च से बचाव संभव हो पाता है। राष्ट्रीय किसान दिवस किसानों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के साथ-साथ यह संदेश भी देता है कि मजबूत कृषि व्यवस्था ही सशक्त भारत की आधारशिला है। Farmers’ Day 2025















