जाखल (सच कहूँ/तरसेम सिंह)। Jakhal News: घग्गर नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर को लेकर जाखल क्षेत्र में लोग जाखल के घग्गर पुल पर पहुंच रहे हैं। ऐसे में हादसों की आशंका को देखते हुए पुल पर पुलिस बल की तैनाती कर दी है। बीते दिन एक युवक द्वारा पुल से नीचे छलांग लगाने की घटना के बाद एहतियात के तौर पर यहां तीन पुलिसकर्मियों को 24 घंटे निगरानी में लगाया गया है। इन्हें सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति पुल पर रुककर न तो पानी की स्थिति देखे और न ही वीडियो बनाए। Jakhal News
पुलिसकर्मियों का कहना है कि कई युवा जलस्तर पर वीडियो और रील बनाने में रुचि दिखा रहे हैं, जो खतरनाक साबित हो सकता है। इसीलिए किसी भी तरह की गतिविधि को रोकने के लिए लोगों को पुल से दूर किया जा रहा है। जिला पुलिस कप्तान सिद्धांत जैन ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और सुरक्षा के मद्देनजर इस तरह की गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी। फतेहाबाद पुलिस की साइबर निगरानी टीम 24 घंटे सक्रिय है और हर प्लेटफॉर्म पर नजर रख रही है। किसी भी व्यक्ति द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह फैलाने की कोशिश को अपराध की श्रेणी में लिया जाएगा और धाराओं के तहत सीधी गिरफ्तारी होगी।
कासिमपुर बांध पर बराला ने किसानों से कहा—नया पुल 95% तैयार, जलस्तर घटते ही पुराना पुल गिराया जाएगा | Jakhal News
घग्गर नदी एवं रंगोई नाले में मौजूदा हालात को देखते हुए प्रदेश सरकार समाधान के लिए व्यापक कदम उठाएगी। राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने कासिमपुर बांध का दौरा कर किसानों से कहा कि जहां-जहां कमियां हैं, उनकी निशानदेही करवाकर तत्काल दूर कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारी बरसात के चलते घग्गर सहित अन्य नदियों में पानी का बहाव बढ़ा है और घग्गर में जलस्तर लगातार ऊपर जा रहा है, लेकिन किसानों व आम लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है—प्रशासन और सरकार पूरी तैयारी के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
इस दौरान कासिमपुर बांध पर जाखल, नडेल, उदयपुर, चांदपुर, गिरनाे, नत्थुवाल, मामूपुर, हिम्मतपुरा और सिंबलवाला तक के किसान एकत्र हुए और घग्गर के पुराने पुल को गिराने की मांग रखी। बराला ने कहा कि नए पुल का निर्माण लगभग 95% पूरा हो चुका है; घग्गर में अधिक पानी आने के कारण पुराने पुल को गिराने का कार्य रुका है, लेकिन जलस्तर में कमी आते ही पुराने पुल को भी हटा दिया जाएगा।
किसान बोले कासिमपुर रोड पर पुराना पुल कर रहा है अड़चन पैदा
किसानों ने कहा कि पुराने पुल से टकराकर पानी का बहाव किनारों को तोड़ देता है, जिससे आसपास की सैकड़ों एकड़ भूमि पर खड़ी फसलें बर्बाद हो जाती हैं। उनका कहना था कि यदि समय रहते पुल को गिरा दिया जाता, तो बाढ़ की संभावना कम होती। बराला ने आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार और प्रशासन हालात पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं; घग्गर, रंगोली नाले और अन्य जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारी समस्याएं दूर करने में जुटे हैं। किसानों की मांग पर कासिमपुर बांध के साथ रास्ता पक्का करवाने का काम भी कराया जाएगा।
किसानों को आवश्यक मदद मुहैया करवाई जा रही है, जिनमें मनरेगा मजदूरों की सहायता से मिट्टी से भरी थैलियां उपलब्ध कराना शामिल है, ताकि नदी किनारे मजबूत हों। बराला ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री न केवल हरियाणा बल्कि पंजाब के किसानों के साथ भी सतत संपर्क में हैं और जहां भी कोई कमी या समस्या है, उसे तुरंत दूर किया जा रहा है। दौरे के दौरान बराला ने किसानों के साथ भोजन भी किया और उनके सुख-दुख साझा किए। Jakhal News
घग्गर नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर ने जाखल क्षेत्र के किसानों की चिंता और बढ़ा दी है। खासकर जाखल गांव के पास स्थित घग्गर का पुराना पुल किसानों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है। यहां नदी का पानी पुल से टकराकर किनारों पर दबाव बना रहा है। किसानों का कहना है कि यदि पीछे से और बारिश हो गई और जलस्तर इसी तरह 2-3 दिन तक बढ़ता रहा तो बाढ़ की संभावना और भी प्रबल हो जाएगी। जाखल व आसपास के कई किसानों ने आशंका जताई है कि यदि पानी किनारे तोड़ता है तो 25 से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है और इससे फसलें पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगी। उनका कहना है कि दो साल पहले भी यही पुल बाढ़ का मुख्य कारण बना था, जब पानी के दबाव से किनारे टूटकर खेतों में फैल गया था। Jakhal News
किसानाें में राेष है कि उन्हें इस कार्य में कई बार जहरीले जानवरों के काटने का भी डर बना रहता है। रात को अंधेरे में बढ़ी घटना के अंदेशे पर अब खुद के खर्चे पर बिजली की व्यवस्था कर लाइटें लगा दी हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्होंने मेडिकल हैल्प करने की मांग की है। किसानों ने कहा कि कई मजदूरों को कीट पतंगे काट रहे हैं जिससे एलर्जी की शिकायत हो रही है। उन्हेांने स्वास्थ्य विभाग से मदद की गुहार लगाई है। अधिकारियों का कहना है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और व्यापक इंतजाम किए गए हैं, इसलिए लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
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