Punjab Floods: पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, लुधियाना और अमृतसर में हालात गंभीर

Ludhiana News
Ludhiana News: पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, लुधियाना और अमृतसर में हालात गंभीर

रावी नदी से अमृतसर में 8 बांध टूटे, भाखड़ा से छोड़ा गया 70 हजार क्यूसेक पानी, सतलुज नदी ने ससराली गांव में बांध तोड़ा, 14 गांवों पर मंडराया खतरा

  • लुधियाना में सतलुज नदी का बांध टूटा, खेतों में घुसा पानी

लुधियाना (सच कहूँ/जसवीर गहल)। Punjab Floods News: पंजाब में बाढ़ का कहर थम नहीं रहा है। इस वक्त लुधियाना में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। शुक्रवार आधी रात को यहां सतलुज नदी पर गांव ससराली में बना बांध टूट गया। जिसके बाद पानी खेतों में पहुंच चुका है। आबादी की तरफ जाते पानी का बहाव को रोकने के लिए प्रशासन ने सेना और एनडीआरएफ की मदद से रिंग बांध बनाया था लेकिन अब उस पर भी कटाव पड़ना शुरू हो गया है। जिसे देखते हुए अब तीसरा बांध बनाया जा रहा है। Ludhiana News

अगर यहां से बाढ़ का पानी आगे बढ़ा तो फिर 14 गांवों के अलावा राहों रोड से लेकर समराला चौक तक पानी की जद में आ सकता है। इसे देखते हुए लोगों के साथ डीसी हिमांशु जैन खुद भी मिट्टी से भरी बोरियां उठा रहे हैं। सतलुज नदी से बाढ़ के खतरे को देखते हुए लोग कल से ही गांव खाली करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा सेना की टीम लगातार यहां पानी को रोकने की कोशिश कर रही है। बता दें कि अगर यहां से पानी निकला तो लुधियाना के 14 गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे। इसके अलावा शहरी इलाके राहों रोड, टिब्बा रोड, ताजपुर रोड, नूरवाला रोड और समराला चौक तक पानी पहुंच सकता है। वहीं साहनेवाल के धनांसू इलाके में भी पानी भरने की आशंका है, जिससे 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं।

अमृतसर में 5 बांध तक पहुंचने का रास्ता नहीं | Ludhiana News

अमृतसर रमदास में रावी नदी के कारण टूटे 8 बांधों को भरने के प्रयास शुरू हो चुके हैं, जबकि 5 बांधों तक पहुंचने का प्रयास जारी है, लेकिन अभी इसमें सफलता नहीं मिली है। पठानकोट से तरनतारन तक रावी के जलस्तर में कमी आई है। शुक्रवार रात 9 बजे भाखड़ा बांध का जलस्तर 1678.40 फीट दर्ज किया गया, जो अब खतरे के निशान से लगभग डेढ़ फीट नीचे है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए भाखड़ा से लगभग 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसमें से लगभग 50 हजार क्यूसेक पानी ही सतलुज में छोड़ा जा रहा है।

बाढ़ के पानी में डूबने से व्यक्ति की मौत

फिरोजपुर के गांव टल्ली गुलाम में गुरमीत सिंह (50) अपनी पत्नी के लिए दवाई लेने घर से निकले थे। रास्ते में सड़क पर पानी अपेक्षाकृत कम था, लेकिन अचानक पैर फिसलने से वे गहरे पानी में जा गिरे और डूब गए। पास ही गांव हामद चक्क में मौजूद संस्थाएं और इंद्रजीत नीकू की टीम ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और गुरमीत सिंह को पानी से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। Ludhiana News

कैबिनेट मंत्री ने दिए टूटी सड़कों, पुल को तुरंत ठीक करने के आदेश

कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने बाढ़ से सड़कों, पुलों और सार्वजनिक इमारतों के हुए नुकसान को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली। मंत्री ने अधिकारियों को इस मुश्किल की घड़ी में पूरी निष्ठा से ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण इलाकों में संपर्क बहाली के लिए क्षतिग्रस्त सड़कों की तुरंत मरम्मत और वॉश-आउट स्थानों पर काजवे, पाइप या बॉक्स कलवर्ट बनाने पर विचार किया गया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान के रूप में एक दिन का वेतन देने का भी ऐलान किया।

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम बघेल ने किया दौरा

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पंजाब प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकतार्ओं के साथ फिरोजपुर और तरन तारन पहुंचे। उन्होंने मौके पर आपदा की स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं और अनुभव सुने। भूपेश बघेल ने कहा कि इस कठिन समय में राज्य और केंद्र सरकार का कुप्रबंधन साफ झलक रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगे हुए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव सहायता पहुंचाने के प्रयास लगातार जारी रहेंगे ताकि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।

पंजाब किंग्स के कप्तान ने भी जताई चिंता | Ludhiana News

पंजाब में आई बाढ़ को लेकर भारतीय टीम के क्रिकेटर और पंजाब किंग्स के मौजूदा कप्तान श्रेयस अय्यर ने वीडियो जारी चिंता जताई है। अय्यर ने कहा- पंजाब के लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया है, ये मेरी सबसे बड़ी ताकत है। आज बाढ़ ने हमें गिराया है, मगर हम इस चैलेंज को मिलकर पार कर सकते हैं। अय्यर ने लोगों को डोनेट करने का आग्रह किया और कहा कि आपका दिया हुआ एक एक हिस्सा उन परिवारों तक पहुंचाया जाएगा, जो लोग इस बाढ़ से ग्रस्त हैं। हमें साथ मिलकर पंजाब को फिर से मुस्कुराने लायक करना है।

यह भी पढ़ें:– 56 सेंटीमीटर और घटा यमुना नदी का जलस्तर