
Education: अनु सैनी। भारत की सबसे बड़ी रक्षा अनुसंधान संस्था डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए नई-नई तकनीक, हथियार और सिस्टम विकसित करती है। यहां काम करने वाले वैज्ञानिक सीधे तौर पर देश की रक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं। यही कारण है कि हजारों युवा DRDO में वैज्ञानिक बनने का सपना देखते हैं। अगर आपका सपना है कि आप भारत की रक्षा से जुड़ी सबसे अहम परियोजनाओं पर काम करें और विज्ञान के जरिए देश की सेवा करें, तो यह करियर आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।
मजबूत शैक्षणिक बैकग्राउंड है जरूरी | Education
डीआरडीओ वैज्ञानिक बनने के लिए सबसे जरूरी है कि आपके पास इंजीनियरिंग या साइंस में मजबूत बैकग्राउंड हो। इस संस्था में काम करने के लिए सिर्फ पढ़ाई ही नहीं, बल्कि रिसर्च के प्रति जुनून और तकनीकी कौशल भी जरूरी होता है। भारत में कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालय और संस्थान ऐसे हैं, जहां से पढ़ाई करने के बाद DRDO में करियर बनाने का सुनहरा मौका मिलता है। इनमें आईआईटी (IITs), आईआईएससी बेंगलुरु (IISc) और एनआईटी (NITs) जैसे संस्थान प्रमुख हैं।
कौन-कौन से विषय चुनें?
अगर आप DRDO में वैज्ञानिक बनना चाहते हैं, तो आपके लिए सही विषय का चयन करना बेहद जरूरी है। इस संस्था में वैज्ञानिकों के लिए प्रमुख विषयों में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैटेरियल साइंस और रोबोटिक्स शामिल हैं। इनमें से किसी भी विषय में B.Tech, M.Tech, B.Sc या M.Sc की पढ़ाई करके आप DRDO में प्रवेश का रास्ता बना सकते हैं।
DRDO में वैज्ञानिक बनने के तीन रास्ते
चयन प्रक्रिया की बात करें तो DRDO में वैज्ञानिक बनने के लिए मुख्य रूप से तीन रास्ते होते हैं। पहला है DRDO Scientist Entry Test (SET Exam), जो DRDO की अपनी प्रवेश परीक्षा है। इसमें आपके विषय से जुड़े तकनीकी सवाल पूछे जाते हैं और इसे पास करने के बाद आप Scientist-B पद के लिए चयनित हो सकते हैं। दूसरा रास्ता है GATE स्कोर के आधार पर भर्ती। अगर आपके पास GATE में अच्छा स्कोर है, तो DRDO आपको डायरेक्ट इंटरव्यू के लिए बुला सकता है। तीसरा रास्ता साइंस बैकग्राउंड वाले छात्रों के लिए है, जिसमें उच्च स्तर के रिसर्च और पब्लिकेशन के आधार पर वैज्ञानिक पदों के लिए चयन किया जाता है।
पात्रता मानदंड
इस नौकरी के लिए पात्रता मानदंड में इंजीनियरिंग या साइंस में ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन शामिल है। सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 28 वर्ष होती है, जबकि आरक्षित वर्ग को आयु में छूट दी जाती है। इंजीनियरिंग के उम्मीदवारों के लिए GATE क्वालीफिकेशन जरूरी है, वहीं साइंस के उम्मीदवारों के लिए रिसर्च और पब्लिकेशन का अनुभव अहम माना जाता है।
सैलरी और भत्तों में बेजोड़
सैलरी की बात करें तो DRDO वैज्ञानिकों की आय सरकारी नौकरियों में सबसे आकर्षक मानी जाती है। प्रारंभ में Scientist-B पद पर बेसिक सैलरी ₹56,100 प्रति माह होती है, जो लेवल-10 पे स्केल के अंतर्गत आती है। इसके साथ HRA, ट्रैवल अलाउंस और अन्य भत्ते जोड़कर इन-हैंड सैलरी ₹80,000 से अधिक हो जाती है। जैसे-जैसे अनुभव और पद बढ़ता है, सैलरी भी तेजी से बढ़ती है और उच्च पदों पर यह ₹1.3 लाख से ₹2 लाख प्रति माह तक पहुंच सकती है। इसके अलावा वैज्ञानिकों को पेंशन, मेडिकल सुविधा, रिसर्च फंडिंग और सरकारी नौकरी की सुरक्षा भी मिलती है।
वैज्ञानिकों की जिम्मेदारियां | Education
डीआरडीओ में वैज्ञानिक के रूप में आपकी जिम्मेदारियां काफी महत्वपूर्ण होती हैं। इनमें नई तकनीक और हथियार प्रणालियों का विकास, रिसर्च प्रोजेक्ट्स का नेतृत्व, अन्य वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के साथ मिलकर प्रोटोटाइप तैयार करना, रक्षा परियोजनाओं की टेस्टिंग और उनके विश्लेषण करना शामिल है। यह काम न केवल तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि इसमें देशभक्ति और जिम्मेदारी की भावना भी जुड़ी होती है।
तैयारी के जरूरी टिप्स
अगर आप इस करियर के लिए तैयारी कर रहे हैं, तो आपको 10वीं के बाद से ही साइंस और गणित के विषयों में मजबूत पकड़ बनानी चाहिए। इंजीनियरिंग या साइंस की पढ़ाई टॉप कॉलेज से करें और GATE परीक्षा की तैयारी जल्दी शुरू करें। इसके साथ-साथ रिसर्च और प्रोजेक्ट वर्क पर फोकस करना भी जरूरी है, क्योंकि DRDO ऐसे उम्मीदवारों को प्राथमिकता देता है जिनके पास व्यावहारिक अनुभव और नवाचार की क्षमता हो।
देश सेवा का बेहतरीन अवसर
अंत में कहा जा सकता है कि DRDO में वैज्ञानिक बनना सिर्फ एक नौकरी नहीं है, बल्कि देश की सेवा करने का सुनहरा अवसर है। अगर आपके भीतर विज्ञान, तकनीक और रिसर्च के प्रति जुनून है और आप अपनी मेहनत से देश की रक्षा को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सही कोर्स, टॉप संस्थान से पढ़ाई और समर्पित तैयारी आपको इस सपने के करीब ला सकती है।














