रोहतक। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को हुई एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश की सरकार से मांग की कि पंचकूला हिंसा में मारे गए डेरा प्रेमियों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए। हुड्डा ने कहा कि हाईकोर्ट की फटकार के बाद सरकार पहले धारा 144 लगाती है और कहती है कि डेरा श्रद्धालुओं को पूरी तरह जांचने के बाद ही पंचकूला में जाने दिया जा रहा है। इस बात की गहनता से जांच की गई है कि कोई भी व्यक्ति कोई घातक हथियार अंदर न ले जा सके। वहीं जब अदालत का फैसला आता है।
तो सरकार गोली चलवा कर निहत्थे लोगों को मरवा देती है और दलील देती है कि शांति स्थापित करने के लिए गोली चलाई गई क्योंकि वहां लोगों के पास घातक हथियार थे। सवाल यह है कि जब सरकार ने एक डंडा तक पंचकूला के अंदर नहीं आने दिया गया तो वहां निहत्थे लोगों के पास घातक हथियार कहां से आ गए? पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग रखी कि सरकार को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए और 25 अगस्त को हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि देनी चाहिए।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज भी कर चुके हैं मुआवजे की मांग
बता दें कि कुछ रोज़ पहले प्रदेश के खेल एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी अनौपचारिक कैबिनेट बैठक में पंचकूला हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर चुके हैं। वहीं दबी जुबान में कैबिनेट के कई अन्य मंत्री भी इस मांग को सीएम के सामने रख रहे हैं।