गुरुग्राम-द्वारका एक्सप्रेस-वे में लंदन के एफिल टावर से 30 गुणा अधिक लगेगा स्टील

Gurugram-Dwarka Expressway

यह भारत का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे होगा

गुरुग्राम(सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा)। गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने व दिल्ली के द्वारका से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी के लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के पूर्ण होने पर इंजीनियरिंग क्षेत्र के कई शानदार निर्माण देखने को मिलेंगे। इसके निर्माण के लिए 2 लाख मीट्रिक टन स्टील (एफिल टॉवर में इस्तेमाल स्टील का 30 गुना) और 20 लाख घन मीटर कंक्रीट (बुर्ज खलीफा के कंक्रीट का 6 गुना) की खपत होने का अनुमान है। द्वारका एक्सप्रेस-वे 34 मीटर चौड़ा 8-लेन राजमार्ग बनाया जा रहा है, जोकि अपनी तरह का पहला राजमार्ग है।

मात्र एक पिलर पर इसकी 8 लेन बनाई जा रही हैं। यह वर्ष 2023 में चालू हो जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गतिशक्ति व प्रगति का हाईवे हैशटैग के साथ विभिन्न ट्वीट्स के माध्यम से इस बाबत जानकारी दी गई है। गडकरी ने कहा है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे को हरियाणा के हिस्से में नॉदर्न पेरीफेरल सड़क के रूप में भी जाना जाता है। इसको भारत में पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जा रहा है।

यह भारत का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे होगा। द्वारका एक्सप्रेस-वे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे (स्वर्णिम चतुर्भुज की दिल्ली-जयपुर-अहमदाबाद-मुंबई शाखा का हिस्सा) और मुख्य रूप से पश्चिमी दिल्ली की ओर से जो यात्री आते हैं, जिनसे होने वाली यातायात की भारी भीड़ से ग्रस्त मुख्य सड़कों पर दबाव कम करेगा। गडकरी ने कहा है कि एनएच-48 पर 50 से 60 प्रतिशत ट्रैफिक को नए एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया जाएगा, जिससे सोहना रोड, गोल्फ कोर्स रोड और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड पर यातायात व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने में भी काफी मदद मिलेगी।

सुरंग के माध्यम से हवाई अड्डे से होगा कनेक्ट

द्वारका एक्सप्रेस-वे अत्याधुनिक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम से लैस होगा। एक बार द्वारका एक्सप्रेस-वे पूरा हो जाने के बाद यह द्वारका के सेक्टर-25 में आने वाले इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आईआईसीसी) तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा। सुरंग के माध्यम से आईजीआई हवाई अड्डे को वैकल्पिक कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा। पर्यावरण संरक्षण के तहत एक्सप्रेस-वे पर 12 हजार पेड़ लगाए जाएंगे।

एक्सेस-कंट्रोल वाला होगा यह एक्सप्रेस-वे

नितिन गडकरी ने एक अन्य ट्वीट के माध्यम से बताया कि यह 16-लेन एक्सेस-कंट्रोल हाई-वे है, जिसमें दोनों तरफ न्यूनतम 3-लेन सर्विस रोड का प्रावधान है। 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे में 19 किलोमीटर लंबाई हरियाणा प्रदेश में पड़ती है, जबकि शेष 10 किलोमीटर लंबाई दिल्ली में पड़ती है।

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