पटियाला में हुई भारी औलावृष्टि, गेहूँ की फसल का हुआ ज्यादा नुकसान

Hailstorm

सच कहूँ/नरेन्द्र सिंह बठोयी पटियाला। आज सुबह से ही हलकी बून्दाबांदी के बाद दोपहर ग्यारह बजे के करीब अचानक बारिश के साथ भारी औलावृष्टि भी शुरू हो गई। इस औलावृष्टि के कारण सड़कों और फसलों पर बर्फ की बर्फ दिखाई देने लगी। समाना हलके के 2 दर्जन से अधिक गांवों में इस औलावृष्टि का ज्यादा नुक्सान देखने को मिला। इधर पटियाला जिले के गांवों के किसानों में सहम का माहौल पाया जा रहा है। किसानों में यह डर पाया जा रहा है कहीं औलावृष्टि कारण के पूरे यौवन पर आई गेहूं की फसल का कोई नुक्सान न हो जाये। क्योंकि गेहूं की फसल में बल्लियां बन चुकी हैं और 15 -20 दिनों में फसल पककर तैयार होने की उम्मीद थी। अब इस औलावृष्टि के कारण किसानों में उत्पादन कम होने का भी अंदेशा पाया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार जिलो में कल सुबह से आसमान में काले बादल छाए हुए थे और आज फिर सुबह के समय आसमान में काले बादल छा गए और दिन चढ़ते-चढ़ते हलका बारिश होनी शुरू हो गई। धीरे-धीरे बारिश की रफ़्तार तेज हो गई और 11 बजे के करीब अचानक बारिश के साथ भारी औलावृष्टि भी शुरू हो गई। यह औलावृष्टि ज्यादातर समाना शहर और इस हलके गांवों में ज्यादा हुई।

जिनमें हलके गांव बादशाहपुर कालेका, बहादरगढ़, लालगढ़, फतेहपुर, ओला, जमालपुर, दित्तूपुर, दुल्लड़, असरपुर, चुपकी, बिजलपुर, डकाला, बठोयी कलां, बठोयी खुर्द, नस्सूपुर, खेड़ी फत्तण, कुतबनपुर, फतेह माजरी, न्याल कलां, दानीपुर आदि गांवों में इस औलावृष्टि के कारण गांवों के किसानों में सहम का माहौल पाया जा रहा है। किसानों का कहना है कि 15-20 दिनों तक गेहूं की फसल काटने के लिए तैयार होने की उम्मीद थी, परन्तु आसमान से बरसे इंद्र देवता ने उनके सपनों को एक तरह के साथ रोकने का काम किया है।

गेहूं की फसल के साथ जुड़ी हुई हैं बहुत सी उम्मीदें : किसान

किसान लखवीर सिंह, हरजिन्दर सिंह, हरभजन सिंह, रणधीर सिंह, नछत्तर सिंह, निरभै सिंह आदि का कहना है कि उनकी 6 महीनों की मेहनत को भगवान खुशी से उनकी झोली में डाल दे तो अच्छा है। क्योंकि इस गेहूं की फसल के साथ उनकी बहुत सी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं।

गेहूं की फसल का हुआ 20 से 25 नुक्सान : एडीओ

इस सम्बन्धित जब समाना हलके एडीओ हरमनदीप सिंह मान के साथ बात की गई तो उन्होंने कहा कि बहुत से गांवों में इस औलावृष्टि के साथ गेहूं की फसल को 20 से 25 प्रतिशत और बहुत से गांवों में 5से 10 प्रतिशत नुक्सान होने की बात सामने आई है। उन्होंने कहा कि इस औलावृष्टि के साथ सब्जियों का 35 प्रतिशत के करीब नुक्सान होने की रिपोर्ट सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धित जांच की जा रही कि कुल हलके में कितना नुक्सान हुआ है। यह आने वाले दिनों में पता चलेगा।

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