Weather: उत्तर भारत में आज से 4 दिन भारी बारिश के आसार

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Weather: उत्तर भारत में आज से 4 दिन भारी बारिश के आसार

बारिश के दौरान पहाड़ों पर यात्रा करने से बचें, नदियों से भी रहें दूर

हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। Weather: उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में रविवार से लेकर बुधवार तक बारिश का दौर चलता रहेगा। इस दौरान जहां विशेष कर पहाड़ी इलाकों हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड व मैदानी इलाकों हरियाणा,उत्तर-पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश के आसार बने रहेंगे। वहीं हरियाणा,पंजाब,देश की राजधानी दिल्ली व उत्तर प्रदेश में भी बारिश होगी। चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि मानसून टर्फ़ की उत्तरी सीमा अब श्रीगंगानगर, रोहतक, बांदा, सीधी, रांची, डायमंड हार्बर से उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। Weather

अब यह मानसून टर्फ रेखा उत्तर की तरफ बने रहने की संभावना है,जिससे नमी वाली मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी से लगातार आने की संभावना से मानसून आगामी 4 दिनों तक सक्रिय रह सकता है। इस दौरान हरियाणा सहित एनसीआर में 6 अगस्त तक बारिश की गतिविधियों जारी रहने की संभावना है। इस दौरान बीच बीच में अरबसागर की तरफ से भी नमी वाली हवाएं भी आने की संभावना से पश्चिमी हरियाणा के जिलों में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। परंतु उत्तर क्षेत्र के जिलों में कहीं कहीं मध्यम से तेज बारिश भी हो सकती है। इस दौरान वातावरण में नमी बढ़ने तथा दिन के तापमान में गिरावट बने रहने की संभावना है।

भारत मौसम विभाग के जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम बुलेटिन के मुताबिक उत्तर-पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, जयपुर संभाग के कुछ भागों में 3 से 6 अगस्त के दौरान मध्यम से कहीं-कहीं भारी बारिश व शेष भागों में कहीं कहीं हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के अधिकांश भागों में आगामी एक सप्ताह बारिश की गतिविधियों में कमी होने के आसार है।

पहाड़ दरक रहे हैं तो गंगा,यमुना सहित कई नदियाँ उफान पर |  Weather

मानसूनी सीज़न में उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों-खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश की वजह से लगातार लैंडस्लाइड और सड़कें धंसने की घटनाएं हो रही हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में लैंडस्लाइड के कारण कई मार्ग बाधित हैं। अकेले हिमाचल में 250 से अधिक मार्ग बंद है। हिमाचल के मंडी, सोलन, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला, चंबा आदि जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है, जहां भारी से बहुत भारी बारिश व लैंडस्लाइड की संभावना जताई गई है।

मैदानी क्षेत्रों में, गंगा, यमुना, सतलुज, ब्यास, चंबल, और पार्वती जैसी नदियाँ उफान पर हैं, जिससे उत्तरप्रदेश के प्रयागराज व राजस्थान के मध्यप्रदेश के साथ लगते जिलों में बाढ़ और जलभराव की स्थितियाँ बनी हुई हैं, जिससे किसानों की फसलें और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जुलाई-अगस्त 2025 में औसत से अधिक बारिश की वजह से जलस्तर बढ़ा है। भारत मौसम विभाग ने अगस्त के लिए भी उत्तरी व पूर्वी भारत में अच्छी बारिश की संभावना जताई है। अगस्त में भी उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान आदि राज्यों में मॉनसून सक्रिय रहेगा। Weather

एडवाइजरी का पालन व सावधानी जरूरी

पहाड़ों की यात्रा से फिलहाल बचें, स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में सतर्क रहें व सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। किसान जलभराव और फसल खराबी से नुकसान के लिए सरकारी सहायता योजनाओं की जानकारी रखें।

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