मानव जीवन, संपत्ति, फसलों, पशुधन व बुनियादी अवसंरचना को पहुंचा भारी नुक्सान
- बाढ़ के दौरान 12 जिलों में गई 29 लोगों की जान: मुंडियां
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। Punjab Floods News: पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने सोमवार को बताया कि राज्य में लगातार बारिश और बाढ़ के कारण व्यापक तबाही हुई है, जिससे लगभग पूरा राज्य प्रभावित हुआ है और मानव जीवन, संपत्ति, फसलों, पशुधन और बुनियादी अवसरंचना को भारी नुकसान पहुंचा है। सरकार इस प्रतिकूल स्थिति से निपटने और प्रभावित नागरिकों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे अथक प्रयास कर रही है। Punjab Flood
राजस्व मंत्री ने राहत और बचाव कार्यों का ब्यौरा देते हुए बताया कि पंजाब बाढ़ की स्थिति से जूझ रहा है और प्रभावित जिलों में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिलों से प्राप्त रिपोर्टाें के अनुसार, अब तक कुल 15688 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। गुरदासपुर से 5549, फिरोजपुर से 3321, फाजिल्का से 2049, पठानकोट से 1139, अमृतसर से 1700 और होशियारपुर से 1052 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके अलावा बरनाला से 25, कपूरथला से 515, तरनतारन से 60, मोगा से 115 और मानसा से 163 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। Punjab Flood
मुंडियां ने बताया कि राहत और पुनर्वास कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहे हैं और विस्थापित परिवारों को तुरंत आश्रय प्रदान करने के लिए पूरे पंजाब में 129 शिविर स्थापित किए गए हैं। इनमें अमृतसर में 16, बरनाला में 1, फाजिल्का में 10, फिरोजपुर में आठ, गुरदासपुर में 25, होशियारपुर में 20, कपूरथला में चार, मानसा में एक, मोगा में 9, पठानकोट में 14, संगरूर में 1 और पटियाला में 20 सक्रिय शिविर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने जिला प्रशासनों को इन केंद्रों पर पर्याप्त खाद्य आपूर्ति, चिकित्सा सहायता और आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
कई एजेंसियां कर रही सहायता प्रदान | Punjab Flood
सुरक्षा बलों की तैनाती के बारे में, राजस्व मंत्री ने बताया कि कई एजेंसियां सहायता प्रदान कर रही हैं। एनडीआरएफ ने पठानकोट (1), गुरदासपुर (6), अमृतसर (6), फिरोजपुर (3), फाजिल्का (3) और बठिंडा (1) में 20 टीमें तैनात की हैं। वायु सेना, नौसेना और थलसेना ने 10 टुकड़ियां तैनात की हैं, जिनमें से 8 स्टैंडबाय पर हैं, और दो इंजीनियर टुकड़ियां भी तैनात हैं। इसके अलावा, भारतीय वायु सेना और थलसेना के लगभग 35 हेलीकॉप्टर बचाव और राहत कार्यों के लिए तैनात किए गए हैं। अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए बीएसएफ की टुकड़ियां जमीन पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि बचाव कार्यों के लिए कुल 114 नौकाओं के साथ-साथ निकासी और राहत प्रयासों में सहायता के लिए एक सरकारी हेलीकॉप्टर भी तैनात किया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने जान गंवाने वालों का ब्यौरा देते हुए बताया कि बाढ़ की स्थिति के कारण एक अगस्त से एक सितम्बर, 2025 तक 12 जिलों में 29 लोगों की जान चली गई है। इनमें अमृतसर (तीन), बरनाला (तीन), बठिंडा (एक), गुरदासपुर (एक), होशियारपुर (तीन), लुधियाना (तीन), मानसा (तीन), पठानकोट (छह), पटियाला ( एक), रूपनगर (तीन), एसएएस नगर (एक) और संगरूर (एक ) शामिल हैं। इसके अलावा, पठानकोट जिले से तीन व्यक्ति लापता हैं।
वर्तमान में राज्य भर में कुल 7144 लोग राहत शिविरों में
वर्तमान में, राज्य भर में कुल 7144 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। इनमें से सबसे ज्यादा लोग फिरोजपुर (3987), फाजिल्का (1201), होशियारपुर (478), पठानकोट (411), गुरदासपुर (424), अमृतसर (170), मानसा (163), मोगा (115), कपूरथला (110), संगरूर (60) और बरनाला (25) में हैं। उन्होंने बताया कि 12 जिलों के कुल 1044 गांव प्रभावित हुए हैं। इनमें अमृतसर (88 गाँव), बरनाला (24), फाजिÞल्का (72), फिरोजपुर (76), गुरदासपुर (321), होशियारपुर (94), जालंधर (55), कपूरथला (115), मानसा (77), मोगा (39), पठानकोट (82) और एसएएस नगर (1) शामिल हैं।
कुल 2,56,107 लोग हुए प्रभावित | Punjab Flood
जिला उपयुक्तों से प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार, पंजाब के विभिन्न जिलों में बाढ़ से कुल 2,56,107 लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित गुरदासपुर में 1,45,000 लोग हुए हैं, इसके बाद अमृतसर में 35,000, फिरोजपुर में 24,015 और फाजिल्का में 21,562 लोग प्रभावित हुए हैं। पठानकोट में भी 15,053 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि एसएएस नगर और कपूरथला में क्रमश: 7,000 और 5,650 लोग प्रभावित हुए हैं। अन्य प्रभावित जिलों में बरनाला (59), मानसा (163), जालंधर (653), मोगा (800) और होशियारपुर (1152) शामिल हैं।
कृषि भूमि को पहुंचा भारी नुकसान
राजस्व मंत्री ने बताया कि बाढ़ से कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है और विभिन्न जिलों में कुल 94061 हैक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में अमृतसर (23000 हैक्टेयर), मानसा (17005 हैक्टेयर), कपूरथला (14934 हैक्टेयर), तरनतारन (11883 हेक्टेयर), फिरोजपुर (11232 हैक्टेयर), होशियारपुर (5971 हैक्टेयर), जालंधर (2800 हैक्टेयर), पठानकोट (2442 हैक्टेयर), एसएएस नगर (2000 हैक्टेयर), पटियाला (1450 हैक्टेयर), मोगा (949 हैक्टेयर), लुधियाना (108 हैक्टेयर), बठिंडा (97 हैक्टेयर) और श्री मुक्तसर साहिब (84 हैक्टेयर) शामिल हैं। Punjab Flood
अन्य छोटे प्रभावित क्षेत्रों में फाजिल्का (64 हैक्टेयर), गुरदासपुर (24 हैक्टेयर), एसबीएस नगर (7 हैक्टेयर), मलेरकोटला (पांच हैक्टेयर), संगरूर (तीन हैक्टेयर), बरनाला (दो हैक्टेयर) और फतेहगढ़ साहिब (एक हैक्टेयर) शामिल है, वहीं कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पशुओं के नुकसान का अभी आकलन नहीं किया जा सका है, बाढ़ कम होने के बाद आंकड़े एकत्र किये जाएंगे, हालांकि, प्रभावित गांवों में पशुधन का भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान का अभी आकलन नहीं किया जा सकता, बाढ़ कम होने के बाद ही वास्तविक स्थिति सामने आएगी।
मोहाली में लगातार हो रही बारिश ने बढ़ाई चिंता
- घग्गर के उफान पर आने से मुबारकपुर के साथ लगते गांवों में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा, यातायात बंद
मोहाली। पहाड़ी क्षेत्रों में बीते दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण घग्गर नदी उफान पर है। सोमवार सुबह से डेराबस्सी के मुबारकपुर गाँव के पास घग्गर का खौफनाक मंजर देखने को मिला। यह खतरे के निशान के करीब पहुँच गया है। मुबारकपुर इलाके में घग्गर का पानी काजवे के ऊपर से बह रहा है, जिस कारण सड़क बंद कर दी गई है और वहाँ रहने वाले लोगों की कॉलोनियों को खाली करवा लिया गया है। सोमवार सुबह 10 बजे से घग्गर का पानी 9 फुट की ऊँचाई पर बह रहा है, जो कि 45,343 क्यूसेक बनता है। घग्गर में 8 फुट से ऊपर का पानी खतरे के निशान से अधिक माना जाता है। 2023 में भी घग्गर दरिया का पानी बढ़ने से यहां कई क्षेत्रों में बाढ़ आ चुकी थी। अब दोबारा पानी का स्तर बढ़ना लोगों के लिए बड़ी चिंता का विषय है।

ट्राइसिटी में रविवार रात से ही तेज बारिश हो रही है। इसी के साथ मौसम विभाग ने चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में अगले 36 घंटों के लिए और बारिश का अलर्ट जारी किया है व लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है। ट्राइसिटी में लगातार बारिश होने से सुखना झील का पानी स्तर भी 1162.40 फुट के करीब पहुँच गया था। जैसे ही यह 1163 फुट से ऊपर गया तो उसके फ्लड गेट खोल दिए गए। प्रशासन ने लोगों को अब भी अलर्ट रहने की सलाह दी है। इसके अलावा नगर निगम की टीमें भी अलर्ट मोड पर हैं। Punjab Flood
मोहाली में बारिश के कारण लोगों को अपने घरों से दफ्तर और अन्य कामों पर जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मोहाली के कई इलाकों में पानी भर गया। मोहाली के नया गांव में मार्केट में दो-दो फुट पानी जमा हुआ दिखाई दिया। इसी तरह ढकोली के वार्ड 8 और 9 के निवासी इलाके में पानी निकासी की समस्या को लेकर रोष जताते नजर आए। भारी बारिश के कारण कई वाहन पानी में फंसे दिखाई दिए।
वहीं मोहाली के साथ-साथ चंडीगढ़ पुलिस ने भी जलमग्न सड़कों को लेकर लोगों को अलर्ट जारी किया है। साथ ही लोगों को उपरोक्त जगहों से होकर न जाने की सलाह दी है। सैक्टर-26 सब्जी मंडी के पीछे पुलिस कॉलोनी रोड अब धीमी गति से चलने वाले वाहनों के लिए खोल दी गई है। Punjab Flood
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