गुजरात पर किये उपकारों को कैसे भुलाएं, छोड़कर ‘सच्चे सतगुरु जी’ आपको कैसे जाएं

Gujarat sadh sangat sachkahoon

डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी बोले, आखरी सांस तक पूज्य जी की रहमतों के रहेंगे ऋणाी

गुरु पारस को अन्तरो, जानत हैं सब संत।
वह लोहा कंचन करे, ये करि लेय महंत।।

गांधीधाम (विजय शर्मा), संत कबीरदास जी ने उपरोक्त दोहे के माध्यम से कहते हैं कि ‘‘ गुरु और पारस के अंतर को सभी ज्ञानी पुरुष जनते हैं। पारस मणी के विषय जग विख्यात है कि उसके स्पर्श से लोहा सोने का बन जाता है किन्तु गुरु भी इतने महान हैं कि अपने गुण-ज्ञान में ढालकर अपने शिष्य को अपने जैसा ही महान बना लेते हैं।’’ऐसे ही सवा 6 करोड़ शिष्यों को सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां गुरुमंत्र देकर ‘इन्सां’ बनाने का काम किया है। (Gujarat Sadh Sangat)

पूज्य गुरु जी प्रति इन शिष्यों का विश्वास इतना अटूट है कि दुनियां की कोई ताकत इसे तोड़ सकती। ऐसा ही विश्वास शनिवार को गुजरात (Gujarat Sadh Sangat) राज्य के जिला कच्छ के गांधीधाम में देखने को मिला। यहां मौजूद डेरा श्रद्धालुओं का विश्वास अपने गुरु जी के प्रति इस कदर था कि अगर खुद खुदा भी धरती पर आकर पूज्य गुरु जी के बारे में कुछ कहे तो डेरा श्रद्धालु विश्वास नहीं करेंगे। गुरु श्रद्धा और विश्वास की अटूट डोर को लेकर सच कहूँ संवाददाता ने जब बातचीत की तो डेरा श्रद्धालुओं ने अपने गुरु जी के प्रति प्रेम व उपकारों को कुछ यूं ब्यां किया।

rinku shani sachkahoon‘‘पूज्य गुरू जी एक ऐसे संत हैं, जिन्होंने सवा 6 करोड़ से भी अधिक लोगों को राम-नाम के साथ जोड़कर उनकी जिंदगी को स्वर्ग से भी बढ़कर सुंदर बनाया है। आज वह सवा 6 करोड़ से अधिक लोग नशों से कोसों दूर हैं और पूज्य गुरु जी द्वारा शुरू किये गए 138 मानवता भलाई कार्य नि:स्वार्थ भावना से कर रहे हैं। बात गुजरात की करें तो यहां अगर पूज्य गुरु जी नहीं आते तो शायद हम भी बुराइयों व नशों की दलदल में फंसे होते। हमारा विश्वास पूज्य गुरु जी पर आज भी दृढ़ है और इस विश्वास को कोई नहीं तोड़ सकता।

रिंकू सहानी इन्सां, गांधीधाम

ranjeet kaur sachkahoon‘‘मैं डेरा सच्चा सौदा जुड़ी हुई हूँ और पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए मानवता भलाई व इंसानियत के कार्य भी करती हूँ। पूज्य गुरु जी ने सही अर्थों में जीवन का महत्व बताया है। जीवन के सफर में जब-जब कोई मुसीबत या परेशानी आई तो पूज्य गुरु जी ने हमेशा हाथ थामे रखा, उस परेशानी से बाहर निकाला। हम ऐसे गुरु को कैसे छोड़ सकते हैं। कोई कुछ भी कहें, कोई भी आरोपी लगाए मेरा अपने सतगुरु पर विश्वास रती भर भी कम नहीं होगा। मुझे पूरा भरोसा है कि सच की जीत एक दिन जरूर होगी।

रणजीत कौर इन्सां, गांधीधाम

magi insan sachkahoon‘‘दुनिया चाहे जो भी कहें झूठ कभी सच नहीं हो सकता। सच की जीत एक दिन जरूर होगी। हमें पता है कि डेरा सच्चा सौदा सच है और सच ही रहेगा। लोग चाहे कुछ कहें, लेकिन पूज्य गुरू जी ने हमें किसी से नफरत, ईर्ष्या या किसी का अनादर करना नहीं सिखाया। पूज्य गुरु जी ने हमेशा इंसानियत की शिक्षा दी है और सभी धर्मों का सत्कार करना सिखाया है। और ये वही डेरा सच्चा सौदा है जिसने बड़े-बड़े महानगरों में महा सफाई अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया है। झूठ के ये चंद बादल देखकर हम डोलने वाले नहीं है। हमारा विश्वास अटूट था है और हमेशा अपने सतगुुरु जी पर रहेगा।

मैगी इन्सां, गांधीधाम

ganga solanki sachkahoon‘‘आज मैं जो कुछ भी हूँ अपने पूर्ण मुर्शिद की बदौलत ही हूँ। उन्होंने मुझे मानवता का भला करना सिखाया है, दूसरों की सेवा करना और रामनाम का सिमरन करना सिखाया है। मुझे मेरे सतगुरु पर पूर्ण विश्वास है। दुनियां क्या अगर धरती पर स्वयं भगवान भी उतरकर पूज्य गुरु जी के बारे में गलत कहें तो मैं उन पर भी विश्वास नहीं कर सकती। क्यों कि पूज्य गुरु जी ने जो गुजरात की साध संगत पर रहमतों की बरसात की है वो कोई ओर कर ही नहीं सकता। हमारा पूज्य गुरु जी के प्रति अब दृढ़ विश्वास और अटूट हो गया है।

गंगा सोलंकी इन्सां, गांधीधाम

mahadev bhai sachkahoon‘‘पूज्य गुरू जी पर लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। कुछ तथाकथितों ने झूठी कहानियां बनाकर सच को छुपाने की कोशिश की है, लेकिन हमें भरोसा है सच फिर भी जीतेगा। हमें हमारे सतगुरू पर पूरा विश्वास था, विश्वास है और हमेशा रहेगा। झूठ सच को विचलित तो कर सकता है, लेकिन हरा नहीं सकता। हमेंं विश्वास है कि सच एक दिन जरूर सबके सामने आएगा। पूज्य गुरू जी ने हमें इंसानियत की सेवा व सभी धर्मांे का आदर-सत्कार करना सिखाया है। गुजरात की समस्त साध संगत इसी तरह डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 138 मानवता भलाई कार्यों को गति देती रहेगी।

महादेव भाई, गांधीधाम।

‘‘सतगुरु जी ने गुजरात की साध संगत पर इतने उपकार किए हैं कि जिनका हम देन नहीं दे सकते। उन्होंने न सिर्फ हमारी बुराइयां छुड़वाई बल्कि हमारे जीवन में खुशियों की बहारें ला दी। पूज्य गुरु जी पर मुझे पूरा अटूट, दृढ़ विश्वास है और मेरी अंतिम सांस तक ऐसे ही कायम रहेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि एक दिन झूठ के बादल छठ जाएंगे और सच का सूरज दोगुनी रोशनी के साथ चमकेगा।

दाना भाई, गांधीधाम

‘‘पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा सृष्टि का भला करना सिखाया है। आज सवा 6 करोड़ से अधिक लोग पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए रक्तदान, शरीरदान, नेत्रदान, जरूरतमंदों को राशन देना, गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी करना सहित 138 मानवता भलाई के कार्य कर रहे हैं। ऐसे संत, पीर, फकीर को छोड़ना तो दूर हम कभी भूल तक नहीं सकते। दुनिया जो भी कहे हमें परवाह नहीं, सत्य एक दिन सबके सामने जरूर आएगा।

वरूण इन्सां सहानी, गांधीधाम

bhavan bhai sachkahoon‘‘पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जी पाक साफ थे है और हमेशा रहेंगे। मेरी डेरा सच्चा सौदा में अटूट आस्था है। पूज्य गुरु संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी पर मेरा अटूट विश्वास रति भर भी कम नहीं होगा। हमें पता है कि डेरा सच्चा सौदा सच है और सच ही रहेगा। डेरा सच्चा सौदा द्वारा 138 मानवता भलाई के कार्य किये जा रहें है, जो समाज ही नहीं इस देश के लिए भी वरदान हैं।

भवन भाई इन्सां, गांधीधाम

‘‘आपने कभी नहीं सुना होगा कि कहीं देश में कोई प्राकृति आपदा आई हो और एक संत स्वयं मदद के लिए मौके पर पीड़ितों का दर्द बांटने पहुंच गया हो। लेकिन हमने ये होते हुए सच में देखा है। सब 2001 में भूकंप के दौरान जब चारों तरफ चीख पुकार मची हुई थी तब सरकार से पहले हरियाणा के जिला सरसा से पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ही आये थे। पूज्य गुरु जी ने लोगों के बीच में पहुंचकर जब हमारी तकलीफ के बारे में पूछा तो हमें ऐसा लगा मानों हम उन्हें बरसों से जानते हों। पूज्य गुरु जी के प्रेम व उपकारों को हम नहीं भूला सकते हैं और न ही पूज्य गुरु जी हाथ छोड़ सकते हैं।

अर्जुन भाई इन्सां, गांधीधाम

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