कैथल सच कहूँ /कुलदीप नैन। शहर के मुख्य बस स्टैंड पर सर्दी में यात्रियों और बेघर लोगों को ठंड से राहत देने के लिए एक कंडम (पुरानी) बस को रैन बसेरे में तब्दील किया गया है। लेकिन इस बस में बनाया गया रैन बसेरा सवालों के घेरे में है, क्योंकि रैन बसेरे में न तो नीचे बिछाने के लिए गद्दों की व्यवस्था की गई है और न ही शरीर ढक कर सोने के लिए रजाई-कंबल का इंतज़ाम इस बस में है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से रात में ठंडी हवाए चल रही है जिनके कारण तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई और ठंड भी बढ़ गई। शहर में एकमात्र रैन बसेरा बस स्टैंड से 3 किलोमीटर दूरी पर है। दूर दराज से आने वाले लोग रात को वहां नहीं पहुंच सकते। इसीलिए बस स्टैंड पर नप द्वारा अस्थाई रैन बसेरा बनाने के लिए एक कंडम हो चुकी बस को खड़ा किया है।
जंग लगने से गल चुकी बस की साइडे
अगर बस के बिछाने के लिए ही कुछ नहीं है तो यहां आराम करने आने वाले लोग को मजबूरन बस के ठंडे फर्श पर ही लेटना पड़ेगा। वहीं कंडम बस होने के कारण इसके खिड़की ओर दरवाजे भी ढंग से बंद नहीं हो पा रहे। साइड के से बस की बॉडी जंग लगने के कारण गल चुकी है। जिसमें से आने वाली ठंडी हवाएं भी सर्दी बढ़ाएगी।
सिर्फ दिखावे का रैन बसेरा : यात्री
बस अड्डे पर मौजूद लोगों ने कहा कि सिर्फ दिखावे के लिए इस बस को रैन बसेरा घोषित कर दिया, लेकिन सुविधा नाम की कोई चीज़ इसमें मौजूद नहीं है। पहले तो बस की हालत ही इतनीय दयनीय है कि इसे रैन बसेरा लायक समझा ही नहीं जा सकता। दूसरा बस मे न कोई रजाई के प्रबंध है और न ही कोई गद्दा बिछाया गया है। ऐसे में कोई किस तरह ठंड के मौसम में यहां रात में आराम करेगा।
कैथल डिपो से कार्यवाहक संस्थान प्रबंधक राजबीर ने बताया कि यह बस डिपो की है जिसे नगर परिषद द्वारा यहां खड़ा करने को बोला गया था। कल ही इसमें गद्दे और रजाई की व्यवस्था कर दी जाएगी। खिड़की दरवाजे लगभग ठीक है, अगर किसी में दिक्कत होगी तो ठीक करवा दिया जाएगा।
रैन बसेरों में सुविधाएं उपलब्ध करवाएं अधिकारी : डीसी
डीसी प्रीति ने सोमवार को ही कार्यालय में सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि सर्दी बढ़ना शुरू हो गई है। इसके लिए हमें अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। गरीब एवं जरूरतमंद की सेवा करना यह हमारा कर्तव्य होने के साथ-साथ एक नेक कार्य भी है। उन्होंने नगर आयुक्त, नगरपालिका सचिव को निर्देश दिए कि वे रैन बसेरों का निरीक्षण करे और सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाएं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन सहित शहर में अन्य जगह आवश्यकता अनुसार रैन बसेरों की व्यवस्था करें। साथ ही कस्बों में एक एक रैन बसेरा स्थापित किए जाएं।















