डेरा श्रद्धालुओं ने मन्दबुद्धि युवक को परिवार से मिलवाया

Humainty

– 3 महीने पहले सड़क पर घूम रहा था बदहवास

सच कहूँ/कर्म थिंद
सुनाम ऊधम सिंह वाला। सच्चे दाता रहबर, मुर्शिद-ए-कामिल पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा श्रद्धालुओं द्वारा किए जा रहे (humainty work ) मानवता भलाई के कार्य समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनते जा रहे हैं। इसी कड़ी के तहत ब्लॉक सुनाम के डेरा श्रद्धालु अब तक बेसहारा घूम रहे 40 के करीब व्यक्तियों को उनके परिवारों से मिला चुके हैं। उल्लेखनीय है कि सुनाम और संगरूर के जिम्मेवारों को 3 महीने पहले मानसिक रूप से बीमार युवक सड़कों पर बदहवासी की हालत में बेसहारा घूमते हुए मिला।

सेवादारों ने उसकी संभाल कर उसे समाना के पिंगलवाड़ा में दाखिल करवाया और उन्होंने युवक के परिवार की तलाश शुरू कर दी, जिसमें वह कामयाब भी रहे हैं। बीते दिनों उक्त युवक के परिजन उसे लेने पहुंचे। सुनाम ब्लॉक के 15 मैंबर जसपाल इन्सां और संगरूर ब्लॉक के जिम्मेवारों ने बताया कि तकरीबन 3 महीने पहले एक मानसिक तौर पर परेशान युवक आयु तकरीबन 18-20 साल, सड़कों पर बेसहारा घूमता हुआ मिला था।

 झारखंड का रहने वाला है युवक

युवक को ब्लॉक सुनाम-संगरूर और समाना के सेवादारों ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर डॉ. हरि सिंह पिंगलवाड़ा आश्रम समाना में दाखिल करवाया था। जिम्मेवारों ने बताया कि यह युवक झारखंड का रहने वाला है और उस दिन के बाद से इस उसके परिवार की तलाश शुरू कर दी गई।

जिम्मेवारों ने बताया कि पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की दया मेहर रहमत से सेवादारों ने उसके परिवार से संपर्क किया और उसके परिवार को उक्त युवक के बारे में जानकारी दी और जानकारी मिलने के बाद उक्त बच्चे के परिवार से उसके माता-पिता और भाई जिला गरिडीह, झारखंड से उसे लेने पहुंचे। जहां डॉ. हरि सिंह पिंगलवाड़ा आश्रम समाना के प्रबंधकों और अन्य जिम्मेवारों की मौजूदगी में युवक को उसके परिजनों को सौंप दिया।

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जिम्मेवारों ने बताया कि अपने माता-पिता को देखकर उक्त युवक को चेहरा खुशी से खिल उठा और परिवार ने पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व सेवादारों का तहेदिल से धन्यवाद किया। इस मौके 45 मैंबर बहनें, 15 मैंबर ब्लॉक सुनाम, संगरूर, समाना और डॉ. हरि सिंह पिंगलवाड़ा आश्रम समाना के समूह स्टाफ सदस्य उपस्थित थे

पूज्य गुरू जी के ताउम्र रहेंगे ऋणी : माता-पिता

जिम्मेवारों ने बताया कि बच्चे के परिजनों ने डेरा सच्चा सौदा द्वारा किए जा रहे मानवता भलाई के 146 कार्यों की प्रशंसा और पूज्य गुरू जी का बार-बार शुक्राना ही किए जा रहे थे। जिम्मेवारों ने बताया कि परिवार ने कहा कि डेरा श्रद्धालुओं ने बेसहारा सड़कों पर घूम रहे उनके बच्चे की संभाल कर और उनसे मिलाकर बहुत बड़ा अहसान किया है, जिसका बदला वह कभी नहीं चुका सकते। जिम्मेवारों ने बताया कि उक्त बच्चे सहित पूरे परिवार ने डेरा सच्चा सौदा सरसा में पहुंचकर आॅनलाइन गुरूकुल के दौरान पूज्य गुरू जी के नूरी दर्श-दीदार किए और नाम-शब्द की अनमोल दात भी प्राप्त की।

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