Vitamin B12: अनु सैनी। आजकल ज्यादातर लोग थकान, कमजोरी और हड्डियों के दर्द से परेशान रहते हैं। यह सिर्फ बढ़ती उम्र या काम का बोझ नहीं, बल्कि शरीर में पोषण की कमी का संकेत है। खासतौर पर विटामिन ऊ और विटामिन इ12 की कमी आज की सबसे आम हेल्थ समस्या बन चुकी है। लेकिन अब इनकी भरपाई के लिए आपको महंगे सप्लीमेंट लेने की जरूरत नहीं, बस अपने आटे में थोड़ा बदलाव करना है।
विटामिन D की कमी के लक्षण | Vitamin B12
विटामिन D को सनशाइन विटामिन कहा जाता है क्योंकि यह शरीर में सूरज की रोशनी से बनता है। इसकी कमी से शरीर कैल्शियम को अवशोषित नहीं कर पाता, जिससे हड्डियां कमजोर पड़ने लगती हैं।
इसके प्रमुख लक्षण हैं:-
- हड्डियों और जोड़ों में दर्द या जकड़न
- लगातार थकान या कमजोरी महसूस होना
- मूड खराब रहना या डिप्रेशन जैसी स्थिति
- बालों का झड़ना और त्वचा का रूखापन
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना और बार-बार बीमार पड़ना
- विटामिन B12 की कमी ज्यादातर उन लोगों में होती है जो घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं या धूप से बचते हैं।
- विटामिन B12 की कमी के लक्षण
- विटामिन B12शरीर में ऊर्जा, ब्लड सेल्स और दिमागी कार्यों के लिए जरूरी है। इसकी कमी से शरीर सुस्त, कमजोर और चिड़चिड़ा महसूस करने लगता है।
मुख्य लक्षण:-
शरीर में थकान और कमजोरी
हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत
त्वचा का पीला पड़ना
पाचन संबंधी समस्याएं
शाकाहारी लोगों में यह कमी आम है क्योंकि B12 मुख्य रूप से पशु उत्पादों में पाया जाता है। लेकिन कुछ घरेलू
चीजें इस कमी को प्राकृतिक रूप से पूरा कर सकती हैं।
लौकी, पालक और दही वाली गेहूं की रोटी — सेहत का प्राकृतिक कॉम्बो
अगर आप रोजाना के आटे में लौकी, पालक और दही मिलाकर रोटियां बनाएं, तो यह शरीर में विटामिन D और B12 की कमी को काफी हद तक कम कर सकता है। यह रोटी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शरीर को मजबूत और ऊर्जावान बनाती है।
सामग्री:-
गेहूं का आटा — 2 कप
लौकी (कद्दूकस की हुई) — व् कप
पालक का बारीक पेस्ट — 2 टेबलस्पून
दही — 2 टेबलस्पून
नमक — स्वादानुसार
विधि:-
1. लौकी को छीलकर बारीक कद्दूकस कर लें और पालक को हल्का उबालकर पेस्ट बना लें।
2. दोनों को गेहूं के आटे में डालें, साथ में दही और नमक मिलाएं।
3. थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर नरम आटा गूंथ लें।
4. इसे किसी ढके बर्तन में रखकर रातभर फ्रिज में रखें।
5. सुबह हल्का गूंधकर रोटियां बेलें और तवे पर सेक लें।
6. चाहें तो हल्का घी लगाकर गर्मागर्म परोसें।
क्यों है यह रोटी इतनी फायदेमंद
लौकी शरीर को ठंडक देती है और पाचन को मजबूत बनाती है।
पालक में आयरन, फोलेट और विटामिन इ-कॉम्प्लेक्स होता है जो शरीर में खून और ऊर्जा बढ़ाता है।
दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और विटामिन इ12 के स्तर को सुधारते हैं।
गेहूं का आटा फाइबर और मिनरल्स से भरपूर होता है, जो पाचन और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखता है।
रातभर रखा गया आटा हल्का फर्मेंट होता है जिससे उसमें मौजूद पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाते हैं। यह प्रक्रिया आंतों के गुड बैक्टीरिया को भी बढ़ावा देती है, जिससे पाचन सुधरता है और शरीर हल्का महसूस होता है।
सुबह की धूप में खाएं रोटी — मिलेगा डबल फायदा
सुबह की धूप शरीर के लिए विटामिन D का सबसे अच्छा स्रोत है। इसलिए कोशिश करें कि इस पौष्टिक रोटी को सुबह की हल्की धूप में बैठकर खाएं। धूप और दही-पालक की यह जोड़ी शरीर में विटामिन D का निर्माण तेज करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है।
नियमित सेवन से मिलने वाले फायदे
हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मजबूत बनती हैं।
विटामिन D और B12 की कमी धीरे-धीरे कम होती है।
पाचन तंत्र बेहतर होता है और कब्ज या गैस की शिकायत घटती है।
थकान, चक्कर और बाल झड़ने की समस्या में राहत मिलती है।
त्वचा और बालों की चमक लौट आती है।
ध्यान रखने योग्य बातें
गर्मियों में आटे को हमेशा फ्रिज में रखें, ताकि खराब न हो।
गैस या एसिडिटी वाले लोग दही और लौकी की मात्रा थोड़ी कम रखें। बच्चों के लिए नमक और मसाले हल्के रखें।
रोज की साधारण रोटी में अगर लौकी, पालक और दही जैसी प्राकृतिक चीजें जोड़ दी जाएं, तो यह न सिर्फ स्वादिष्ट बनती है बल्कि शरीर को विटामिन ऊ और इ12 से भरपूर करती है। यह आसान घरेलू उपाय न किसी दवा की जरूरत छोड़ता है और न किसी सप्लीमेंट की — बस एक छोटी सी समझदारी से आपकी थकान, कमजोरी और हड्डियों की परेशानी हमेशा के लिए दूर हो सकती है।
नोट:- इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, सच कहूं इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह की किसी भी उपचार दवा या डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने किसी संबंधी एक्सपर्ट या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।















