India News: जिस खबर का था इंतजार भारत को वो खुशखबरी मिल गई!, आने वाला समय …

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India News: जिस खबर का था इंतजार भारत को वो खुशखबरी मिल गई!, आने वाला समय ...

India News:कोलकाता (एजेंसी)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उद्योगों के विकास के लिए लोकतंत्र को जरूरी बताते हुए कहा कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था से आकर्षित होकर निवेशक यहां आ रह हैं। बिरला ने यहां भारत चैंबर आॅफ कॉमर्स के 125वें वर्षगांठ समारोह में न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन को बढ़ावा देकर, नौकरशाही से संबंधित बाधाओं को कम करके और औद्योगिक विस्तार को सक्षम बनाकर व्यापार-अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने निजी क्षेत्र को अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) में निवेश बढ़ाने और वैश्विक मानकों के अनुरूप ढलने के लिए प्रोत्साहित किया। समारोह का विषय था – “भारत@100: एक नये सवेरे का युग”। उन्होंने कहा कि दूरदर्शी नेतृत्व, स्थिरता और समावेशिता के साथ भारत दुनिया के लिए एक आदर्श लोकतंत्र है। देश में लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं है, बल्कि एक जीवनशैली है। मजबूत लोकतांत्रिक संस्थाएं नीतिगत निरंतरता सुनिश्चित करती हैं और निवेशकों का विश्वास बढ़ाती हैं — ये दोनों ही दीर्घकालिक आर्थिक विकास को बनाये रखने के लिए आवश्यक हैं।

भारत चैंबर आॅफ कॉमर्स को देश भर के व्यावसायिक चैंबरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने उसकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में भारत का उल्लेखनीय परिवर्तन, खासकर एक तेजी से जटिल होते वैश्विक परिवेश में, इसके व्यावसायिक समुदाय की दूरदर्शिता, लचीलेपन और उद्यमशीलता की भावना का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जहां लोकतंत्र फलता-फूलता है, वहां मजबूत और स्थिर शासन भी पनपता है। इससे ठोस नीतिगत निर्णय और प्रभावी कार्यान्वयन संभव होता है। श्री बिरला ने नवाचार और अनुसंधान के एक वैश्विक केंद्र के रूप में देश के उभरने पर कहा कि प्रौद्योगिकी और अनुसंधान एवं विकास में मजबूत सार्वजनिक-निजी सहयोग देश को अत्याधुनिक उद्योगों में नेतृत्व की ओर अग्रसर कर रहा है।

देश के आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक विकास में संस्था के ऐतिहासिक योगदान की सराहना करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने मारवाड़ी चैंबर आॅफ कॉमर्स के रूप में इसकी शुरूआत को याद किया। समावेशी विकास में महिलाओं और युवाओं की भूमिका पर बिरला ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में उनकी बढ़ती भागीदारी एक गहन सामाजिक परिवर्तन को दशार्ती है। उन्होंने कहा कि विविध क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और वे एक विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेंगी। उन्होंने नवाचार, रचनात्मकता और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने तथा ऊर्जा और दूरदर्शिता के साथ राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में युवाओं और उद्यमियों के योगदान को भी रेखांकित किया।

बिरला ने एक लचीली और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए उद्योग, सरकार और शिक्षा जगत के बीच घनिष्ठ सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत स्वच्छ और हरित ऊर्जा का वैश्विक केंद्र बनने की ओर अग्रसर है और विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में यह देश पर्यावरणीय और जलवायु चुनौतियों से निपटने में दुनिया का नेतृत्व करेगा। देश की प्रगति में पश्चिम बंगाल के ऐतिहासिक और निरंतर योगदान को स्वीकार करते हुए बिरला ने कहा कि यह राज्य लंबे समय से बौद्धिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक उत्कृष्टता का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल ने प्रख्यात विचारकों, कवियों, सुधारकों और औद्योगिक अग्रदूतों को जन्म दिया है और यह स्वतंत्रता आंदोलन के केंद्र में रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की नवाचार, रचनात्मकता और उद्यमशीलता की स्थायी भावना राष्ट्र को प्रेरित करती रहती है।