
India Pakistan Asia Cup Match: नई दिल्ली। भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक ने शुक्रवार को कहा कि जब से बीसीसीआई ने एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के सरकार के फैसले का “समर्थन” किया है, तब से टीम का ध्यान पूरी तरह से क्रिकेट पर केंद्रित है। उन्होंने इस राजनीतिक रूप से उत्तेजित मुकाबले को लेकर हो रहे शोर को दरकिनार कर दिया। दोनों पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी रविवार को आमने-सामने होंगे, जो मई में सीमा पर तनाव बढ़ने के बाद दोनों टीमों के बीच पहला मैच होगा। मई में पहलगाम में एक कायराना हमले में 26 पर्यटकों के मारे जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे।
वहीं इस मैच को लेकर विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि पहलगाम हमले के चलते विपक्ष इसे रद्द करने की मांग की। विश्व क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता एक बार फिर लौट रही है जब भारत और पाकिस्तान 14 सितंबर को दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में टी20 एशिया कप 2025 में आमने-सामने होंगे। सांसद शिवसेना संजय राउत ने कहा कि पाकिस्तान के साथ मैच नहीं होना चाहिए। सरकार को जल्दी कदम उठाना चाहिए।
वहीं भाजपा नेता अनुराग ठाकूर ने कहा कि मल्टीनेशल टूर्नामेंट जहां पर एसीसी या आईसीसी करवाती है वहां पर किसी भी देश के लिए मजबूरी हो जाता है भाग लेना अगर वो नहीं लेंगे तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगे दूसरी टीम को प्वाइंट मिल जाएगे। इसलिए खेलना पड़ता है।
आईसीसी अकादमी मैदान पर भारत के प्रशिक्षण सत्र से इतर कोटक ने मीडियाकर्मियों से कहा, “जब बीसीसीआई ने कहा कि वे सरकार के फैसले से सहमत हैं, तब से हमारा ध्यान हमेशा मैच पर रहा। यह भारत बनाम पाकिस्तान है और यह एक दिलचस्प मुकाबला होगा।” उन्होंने आगे कहा, “भारत बनाम पाकिस्तान हमेशा एक प्रतिस्पर्धी मुकाबला होता है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिकेटर कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव से पूरी तरह अप्रभावित रह सकते हैं, कोटक ने बस इतना कहा, “खिलाड़ियों का ध्यान मैदान पर है और उनके दिमाग में कुछ और नहीं है।” कश्मीर में हुए हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंधों के बहिष्कार की मांग तेज़ हो गई है, जिसके बाद भारत ने पड़ोसी देश में आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया।
सरकार द्वारा हाल ही में घोषित एक नई नीति के अनुसार, भारत पाकिस्तान के साथ किसी भी द्विपक्षीय खेल प्रतियोगिता में शामिल नहीं होगा, लेकिन मौजूदा एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट या आईसीसी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंटों में अपने पड़ोसी देशों का सामना करता रहेगा।