‘Insulin Plant’: मीठे नाम वाले गंभीर और भयानक रोग ‘मधुमेह’ पर अंकुश लगाने वाला ये पौधा है बड़ा ही लाभकारी

Benefits of insulin plant

Herbs useful in diabetes: नई दिल्ली। मधुमेह (डायबिटीज)- नाम भले ही मीठा हो, पर यह एक गंभीर और जटिल रोग है। यदि समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर विभिन्न रोगों को आमंत्रण दे सकता है। हालांकि आयुर्वेद में कई ऐसी औषधीय वनस्पतियाँ वर्णित हैं, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक हो सकती हैं। इन्हीं में से एक है — इंसुलिन पौधा, जो मधुमेह रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। Benefits of insulin plant

प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञ पूजा मखीजा ने हाल ही में एक जानकारी साझा की, जिसमें उन्होंने मधुमेह, इंसुलिन प्रतिरोध, पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) तथा वजन घटाने में परेशानी जैसी स्थितियों में प्राकृतिक उपाय के रूप में इंसुलिन पौधे की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।

इंसुलिन पौधा क्या है?

इस पौधे का वैज्ञानिक नाम कोस्टस इग्नेसस (Costus Igneus) है। इसके पत्तों में क्लोरोजेनिक एसिड नामक तत्व पाया जाता है, जो शरीर की कोशिकाओं को ग्लूकोज अवशोषित करने में मदद करता है तथा इंसुलिन उत्पादन को सक्रिय करता है। यह रक्त में शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में सहायक हो सकता है और अग्न्याशय (पैनक्रियास) की बीटा कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में भूमिका निभाता है।

उपयोग की विधि: | Benefits of insulin plant

प्रतिदिन सुबह खाली पेट इस पौधे की 1-2 पत्तियां चबा कर खाएं।

इसके बाद लगभग आधे घंटे तक कुछ भी न लें।

यह उपाय अपनाने से पहले, विशेषकर यदि आप पहले से डायबिटीज की दवाएं ले रहे हों, तो नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच करते रहें, ताकि हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति उत्पन्न न हो।

पूजा मखीजा के अनुसार, बेहतर परिणाम के लिए केवल इस पौधे पर निर्भर न रहें, बल्कि अपने जीवनशैली में भी सुधार करें, जैसे:

संतुलित और पौष्टिक आहार लें।

नियमित रूप से हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधि करें।

पर्याप्त नींद लें और तनाव से दूरी बनाएं — इसके लिए ध्यान या योग सहायक हो सकते हैं।

दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

कहाँ मिलेगा यह पौधा? | Benefits of insulin plant

इंसुलिन पौधा अधिकांश नर्सरियों में आसानी से उपलब्ध है और इसे घर में गमले में उगाया जा सकता है। यह न केवल औषधीय गुणों से भरपूर है, बल्कि हरित वातावरण के लिए भी उपयोगी है।