
World Hypertension Day 2025: गुरुग्राम (सच कहूँ/ संजय कुमार मेहरा)। हारपरटेंशन…। आमतौर पर यह बीमारी 40 साल से ऊपर के लोगों में ज्यादा होती है, लेकिन आजकल खराब लाइफ स्टाइल की वजह से यह कम उम्र में भी हो रही है। अगर हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में न रहे, तो यह सिर्फ दिल ही नहीं, बल्कि शरीर के कई जरूरी अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी खराब होना, आंखों की रोशनी कम होना, यौन समस्या और दिमागी कमजोरी या भूलने की बीमारी (डिमेंशिया) भी हो सकती है। World Hypertension Day
हाइपरटेंशन को अक्सर साइलेंट किलर कहा जाता है। क्योंकि यह धीरे-धीरे बिना किसी स्पष्टता के बढ़ सकता है। जब लक्षण दिखते हैं तो सिर दर्द, चक्कर आना, सीने में दर्द, थकान या धुंधला दिखना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हाइपरटेंशन होने के सामान्य कारणों में मोटापा, ज्यादा नमक खाना, लगातार तनाव, एक्सरसाइज न करना, धूम्रपान और शराब ज्यादा पीना शामिल हैं।
महाजन इमेजिंग लैब्स के फाउंडर चीफ रेडियोलॉजिस्ट डा. हर्ष महाजन के मुताबिक वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे हमें यह समझाने के लिए मनाया जाता है कि हाई ब्लड प्रेशर को समय पर पहचानना और रोकना कितना जरूरी है। प्री-हाइपरटेंशन यानी ब्लड प्रेशर थोड़ा बढ़ा हुआ हो, लेकिन बीमारी पूरी तरह से शुरू न हुई हो तो यह एक संकेत होता है कि हमें सावधान हो जाना चाहिए। अक्सर इसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं।
वे कहते हैं कि भारत में हर चार में से एक वयस्क को हाई ब्लड प्रेशर है। हैरानी की बात यह है कि 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को या तो अपनी बीमारी का पता ही नहीं है या फिर वे सही इलाज नहीं करवा रहे हैं। जिनको पता है, उनमें से भी बहुत से लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर को रोका व कंट्रोल किया जा सकता है | World Hypertension Day
पारस हेल्थ गुरुग्राम के डॉयरेक्टर कार्डियक साइंस के यूनिट हेड डा. भारत कुकरेती कहते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर को रोका और कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक करें, कम नमक वाला संतुलित खाना खाएं, रोज थोड़ा चलें-फिरें या एक्सरसाइज करें, तनाव कम करें, धूम्रपान और शराब से दूर रहें। डॉक्टर की दी हुई दवाएं समय पर लें। इससे आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं।
कार्डियोलॉजी के यूनिट हेड और डॉयरेक्टर डा. अमित भूषण शर्मा का कहना है कि हाईपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जो लंबे समय तक बिना लक्षण के बढ़ती रह सकती है। धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। लगातार बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर दिल पर दबाव डालता है, खून की नलियों को कमजोर करता है। दिमाग, आंखों और किडनी जैसे अंगों के काम में रुकावट पैदा करता है। कई बार लोगों को तब तक इस बीमारी का पता नहीं चलता, जब तक उन्हें स्ट्रोक या किसी अंग की खराबी जैसी गंभीर समस्या न हो जाए।
खाने-पीने का तरीका सही व जरूरी पोषक तत्व सेवन करें
अक्सर लोग यह भूल जाते हैं कि खाने-पीने का तरीका और जरूरी पोषक तत्व ब्लड प्रेशर को ठीक रखने में बहुत मदद करते हैं। जैसे पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और एंटीआॅक्सिडेंट से भरपूर चीजें-जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवे, बीज, साबुत अनाज और रंग-बिरंगे फल-खून की नलियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही तले-भुने, पैकेट वाले खाने, ट्रांस फैट और ज्यादा मीठा खाने से बचना चाहिए। नियमित हलकी-फुलकी एक्सरसाइज करना-जैसे योग, साइकल चलाना, तैराकी या डांस करना-दिल को मजबूत बनाता है।
खून के बहाव को बेहतर करता है और नसों की जकड़न कम करता है। मानसिक तनाव को कम करना भी जरूरी है। इसके लिए गहरी सांसें लेना, डायरी लिखना या मोबाइल-टीवी से कुछ समय का ब्रेक लेना फायदेमंद हो सकता है। सबसे जरूरी बात है कि इन सब अच्छी आदतों को रोज के जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर भले ही चुपचाप बढ़े, लेकिन उसे रोकने की ताकत हमारे रोज के छोटे-छोटे अच्छे फैसलों में होती है।
कम उम्र में भी दिख रहा है हाई ब्लड प्रेशर | World Hypertension Day
आजकल हाई ब्लड प्रेशर कम उम्र के लोगों में भी दिख रहा है। खासकर आॅफिस में काम करने वाले युवाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है। इसे एक खतरे की घंटी समझने के बजाय, हमें इसे एक मौका मानना चाहिए कि अभी समय रहते कुछ अच्छा बदलाव किया जा सकता है। आज हमारे पास अच्छी जांच की सुविधाएं हैं, जिससे ब्लड प्रेशर की परेशानी को जल्दी पकड़ा जा सकता है।
अगर लोग समय पर पता लगा लें और अपनी आदतें सुधार लें जैसे हेल्दी खाना खाना, रोज चलना-फिरना, तनाव कम करना और नींद पूरी लेना तो इस बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है। महाजन इमेजिंग में हम मानते हैं कि ब्लड प्रेशर की नियमित और सही जांच बहुत जरूरी है। सही जानकारी, सही जांच और थोड़े-थोड़े अच्छे फैसले ही हमें दिल की बीमारी से बचा सकते हैं। लंबे समय तक सेहतमंद रख सकते हैं। World Hypertension Day
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