जेलों में गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने की तैयारी में ‘सरकार’

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Chandigarh News: जेलों में गैंगस्टरों पर शिकंजा कसने की तैयारी में ‘सरकार’

सरकार खरीदेगी दंगा रोधी हथियार, कर्मचारियों की सुरक्षा होगी सुनिश्चित

  • निगरानी के लिए 164 बॉडी कैमरे खरीदेगा जेल विभाग

चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Chandigarh News: पंजाब की जेलों में लगातार सामने आ रही गैंगवार और आपसी झड़पों की घटनाओं के मद्देनजर राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। जेल विभाग अब दंगा रोधी हथियार और बॉडी कैमरों की खरीद करेगा। इन हथियारों की मदद से जेल कर्मी अब हिंसा फैलाने वाले गैंगस्टरों का मुकाबला प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। इसके साथ ही 164 बॉडी कैमरे भी खरीदे जाएंगे, जो जेल में होने वाली हर गतिविधि को रिकॉर्ड करेंगे और पारदर्शिता व जवाबदेही को मजबूती देंगे।

जेलों में बन चुका है गैंगस्टरों का गढ़ | Chandigarh News

पंजाब की जेलें अब केवल सजायाफ्ता अपराधियों का केंद्र नहीं रहीं, बल्कि कई गैंगस्टर यहां से भी अपने नेटवर्क का संचालन कर रहे हैं। इन गैंगस्टरों के आपसी टकराव से जेलों में कई बार हिंसक झड़पें हुई हैं, जिनमें कैदियों की जानें गईं और जेल की संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा। गैंगवार की इन घटनाओं ने जेल प्रशासन की नींद उड़ा दी है। अब जेल अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन अपराधियों पर नियंत्रण और जेलकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

जेलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे कई जेलकर्मी और अधिकारी खुद हमलों का शिकार हो चुके हैं। कई बार गैंगस्टरों ने वार्डनों पर जानलेवा हमले किए हैं, जिससे जेलों में सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। इन्हीं घटनाओं को देखते हुए अब राज्य सरकार ने जेलों को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने के लिए आधुनिक उपकरणों और रणनीति के तहत तैयारी शुरू कर दी है। Chandigarh News

टेंडर प्रक्रिया शुरू, जल्द मिलेंगी नई किट्स

जेल विभाग ने दंगा रोधी किट्स और बॉडी कैमरों की खरीद के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के पूरा होते ही जल्द ही पंजाब की जेलों में यह उपकरण पहुंचने लगेंगे, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा।

गैंगस्टरों को लगाम जरूरी, कर्मचारियों की सुरक्षा प्राथमिकता: जेल मंत्री भुल्लर

जेल मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि जेलों में बंद गैंगस्टर अपने पुराने आपराधिक रवैये को छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वे जेल के भीतर भी अपना वर्चस्व कायम करने की कोशिश करते हैं और अन्य कैदियों के साथ हिंसक झड़पों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि जेल विभाग ने पहले भी कई कदम उठाए हैं, लेकिन हालिया घटनाओं को देखते हुए दंगा रोधी किट्स की खरीद अब जरूरी हो गई है। इन उपकरणों से न सिर्फ गैंगस्टरों को काबू में लाया जाएगा, बल्कि जेल स्टाफ की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी। Chandigarh News

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