Reliance Jio News: ”जियो की 5जी तकनीक ‘मेड इन इंडिया’ की वैश्विक पहचान को देगी नई ऊँचाई”

Jio 5G

Reliance Jio 6G Update: नई दिल्ली। रिलायंस जियो प्लेटफ़ॉर्म्स अपनी उन्नत 5जी तकनीक को लेकर अब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कदम बढ़ाने की तैयारी कर चुका है। कंपनी ने मोबाइल सेवाओं से लेकर घरेलू ब्रॉडबैंड तक, संपूर्ण 5जी समाधान स्वयं विकसित किए हैं। इनमें ओपन-रैन आधारित रेडियो प्रणालियाँ, नेटवर्क कोर, क्लाउड-नेेटिव संचालन/प्रबंधन तंत्र (OSS/BSS) तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता से संचालित स्वचालन प्लेटफ़ॉर्म शामिल हैं। घरेलू ब्रॉडबैंड क्षेत्र में जियो का एयर फ़ाइबर समाधान पहले ही अलग पहचान बना चुका है। यह जानकारी प्रतिष्ठित वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी जेफ़रीज़ की ताज़ा रिपोर्ट में सामने आई है। Reliance Jio News

रिपोर्ट के अनुसार, जियो के लागत-किफायती तथा बड़े पैमाने पर लागू किए जा सकने वाले 5जी समाधान, विश्व के लगभग 121 अरब डॉलर मूल्य के दूरसंचार प्रौद्योगिकी बाज़ार में कंपनी को मज़बूत अवसर प्रदान कर सकते हैं। वर्तमान में कई विकासशील देशों में 5जी अवसंरचना बेहद सीमित है, जबकि बाज़ार में नेटवर्क उपकरण और सॉफ़्टवेयर प्रदान करने वाली केवल कुछ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ सक्रिय हैं। जेफ़रीज़ का आकलन है कि ऐसी परिस्थिति में जियो का ओपन आर्किटेक्चर-आधारित मॉडल लागत कम करेगा और विकासशील देशों में उसकी तकनीक अपनाए जाने की संभावना और अधिक बढ़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक निर्यात कर जियो उल्लेखनीय आर्थिक लाभ अर्जित कर सकता है।

पिछले कई वर्षों से जियो ने अनुसंधान और नवाचार पर निरंतर निवेश किया है। कंपनी के पेटेंट दाखिलों में 13 गुना वृद्धि हुई है, वहीं पेटेंट स्वीकृतियाँ चार गुना बढ़ी हैं। इसके साथ ही 5जी और 6जी के वैश्विक मानक निर्धारण में जियो की भागीदारी सात गुना बढ़ने का अनुमान है। जेफ़रीज़ का मानना है कि मोबाइल सेवाओं के टैरिफ में संभावित वृद्धि, घरेलू ब्रॉडबैंड नेटवर्क के विस्तार तथा तकनीकी समाधानों के वैश्विक निर्यात—इन सभी के सम्मिलित प्रभाव से जियो आने वाले वर्षों में तीव्र गति से विकास करेगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिसंबर 2026 तक जियो की एंटरप्राइज़ वैल्यू के 180 अरब डॉलर तक पहुँचने की मजबूत संभावना है। Reliance Jio News