शुजात बुखारी की हत्या के विरोध में सड़कों पर उतरे पत्रकार

Journalists  Streets, Protesting, Murder, Shujaat Bukhari
  • पत्रकारों ने की आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की मांग

बठिंडा (सच कहूँ न्यूज)। प्रसिद्ध पत्रकार व राईजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी व उनके दो निजी अंग रक्षकों की आज श्रीनगर में गोलियां मार कर की हत्या के विरोध में आज बठिंडा शहर के पत्रकार सड़कों पर उतरकर पत्रकारों ने इनके हत्यारों के खिलाफ रोष प्रकट करते शुजात बुखारी के कातिलों को तत्काल गिरफ़्तार करने की मांग की। बठिंडा प्रैस क्लब के अध्यक्ष हरिदत्त जोशी के नेतृत्व में प्रैस क्लब से पत्रकारों का काफिला रोष मार्च करता हुआ डिप्टी कमिशनर दफ़्तर पहुंचा। पत्रकारों ने जिला प्रशासन को प्रधान मंत्री के नाम ज्ञापन भी दिया।

इस मौके पत्रकार शुजात बुखारी व उनके अंग रक्षकों के हत्या की निंदा की गई। पत्रकारों ने एकजुटता के साथ मांग की कि आरोपियों को काबू कर फांसी पर लटकाया जाये। पत्रकारों ने इस हत्या को प्रैस की आजादी पर हमला बताते कहा कि वह ऐसे दहशतगर्दी कार्यांे से नहीं डरते, जिसने यह मीडिया की आजादी पर बड़ा हमला किया है।

प्रैस क्लब के अध्यक्ष हरिदत्त जोशी ने कहा कि गोलियों के साथ लोगों को बुलंद आवाजों को दबाया नहीं जा सकता है व श्री बुखारी की हत्या धर्म निष्पक्षता व लोकतंत्र के लिए सीधी चुनौती है। सीनियर पत्रकार व प्रैस क्लब के जरनल सचिव सचिन शर्मा ने कहा कि यह सारी साजिश दहशतगर्दी के साथ सच की आवाज को बंद करवाने की चाल है और देश के लोग अब इन साजिशों को समझ चुके हैं।

सीनियर पत्रकार परनीत सिंह ने घटना की निंदा करते हुए इसे धर्म निष्पक्ष ताकतों के लिए चुनौती करार देते कहा कि बुखारी की हत्या देश में बढ़ रही कट्टर शिष्य विचार धारा व एक ही सोच के हावी होने की निशानी है।

पत्रकारों के प्रदर्शन में शामिल हुई आंगनवाड़ी कर्मचारी

आॅल पंजाब आंगणवाड़ी कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में बठिंडा में धरने पर बैठीं आंगणवाड़ी वर्करों व हैल्परों ने भी कुछ समय के लिए पत्रकार भाईचारे रोष मार्च में काले झंडों के साथ शिरकत कर बुखारी के हत्या की निंदा की, आंगणवाड़ी कर्मचारियों ने कहा कि देश में चिंता प्रस्ती की नफरत वाला खेल खेला जा रहा है जिसकी शुरूआत गोरी लंकेश सहित अन्य कई पत्रकारों की हत्या के साथ शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र व जम्मू कश्मीर सरकार प्रैस की आजादी में भरोसा रखती है तो उन्होंने व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करे, जोकि स्थिति पर पूरी तरह काबू होने के दावे करते रहे हैै।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।