
मुज़फ्फरनगर (सच कहूँ न्यूज़)। ऐतिहासिक सर्वखाप मुख्यालय गांव सोरम (शौरौं) में 15 वर्षों बाद आयोजित 16 से 18 नवम्बर 2025 तक चले तीन दिवसीय सर्वजातीय सर्वखाप पंचायत के 7 वें महासम्मेलन का भव्य समापन समाज सुधार से जुड़े 11 प्रमुख प्रस्तावों के पारित होने के साथ हुआ। देश–प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए खाप चौधरी, सामाजिक प्रतिनिधि व गणमान्य लोगों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से ये प्रस्ताव पारित किए गए। पंचायत ने विभिन्न सामाजिक मुद्दों, कुरीतियों और बदलते सामाजिक वातावरण पर व्यापक चर्चा के बाद इन प्रस्तावों को “समाजहित में आवश्यक कदम” बताते हुए लागू करने की अपील की।सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान ने प्रस्तावों को पढ़कर सुनाया।
ऐतिहासिक गांव सोरम में सर्वजातीय सर्वखाप महासम्मेलन में पारित हुए ये प्रमुख 11 प्रस्ताव
1. मृत्युभोज पर रोक की अपील
सर्वजातीय सर्वखाप पंचायत ने मृत्यु भोज को अति निंदनीय सामाजिक कुरीति बताते हुए इसे समाप्त करने की अपील की। सुझाव दिया गया कि शोकसभा और हवन के साथ ही अंतिम संस्कार संबंधी कार्यक्रम का समापन कर दिया जाए।
2. दहेज प्रथा के विरुद्ध कड़ा रुख
दहेज को समाज की कमजोरी बताते हुए इसे त्यागने की अपील की गई। विवाह समारोहों में दिखावा न करने, शादी दिन में सम्पन्न करने तथा ‘अंगूठी रस्म’ को पाँच लोगों तक सीमित रखने की सिफारिश की गई।


3. नशामुक्ति अभियान की आवश्यकता
नशे को परिवारों के विनाश का मुख्य कारण बताते हुए पंचायत ने हर खाप क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने की अपील की।
4. कन्या भ्रूणहत्या पर चिंता
लैंगिक असंतुलन को गंभीर समस्या बताते हुए कन्या भ्रूणहत्या रोकने के लिए व्यापक सामाजिक जागरूकता की मांग की गई।
5. लिव-इन रिलेशनशिप व समलैंगिक विवाह पर विरोध
पंचायत ने इन्हें भारतीय सामाजिक मूल्यों के विपरीत बताते हुए सरकार से संबंधित कानूनों की समीक्षा की मांग की।
6. प्रेम विवाह में अभिभावकीय सहमति अनिवार्य करने की मांग
पंचायत ने सुझाव दिया कि प्रेम विवाह का पंजीकरण अभिभावकों की सहमति से ही किया जाए। इसके लिए हिन्दू विवाह अधिनियम में संशोधन की मांग रखी गई।
7. शिक्षा का प्रसार, विशेषकर बालिका शिक्षा
सभी परिवारों से बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा देने और बालिकाओं की शिक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की गई।
8. पर्यावरण संरक्षण का प्रस्ताव
खापों से जन्मदिवसों व पूर्वजों की स्मृति में वृक्षारोपण करने और जल संरक्षण अभियान को बढ़ावा देने की अपील की गई।
9. गौवंश संरक्षण
ग्राम्य परिवेश की स्थिरता के लिए गौवंश संरक्षण एवं संवर्धन बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
10. पंचायतों में युवाओं व महिलाओं की भागीदारी
खाप संगठनों में युवाओं और महिलाओं की संख्या बढ़ाने के लिए सार्थक उपायों की आवश्यकता बताई गई।
11. सर्वखाप महासम्मेलन हर 10 वर्ष में आयोजित हो
पंचायत में सर्वखाप के अंतिम प्रस्ताव के अनुसार ऐतिहासिक सर्वजातीय सर्वखाप महासम्मेलन हर 10 वर्ष में सोरम मुख्यालय पर आयोजित किया जाएगा। ऐतिहासिक सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत की तीन दिवसीय इस सभा में बड़ी संख्या में खाप प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सामाजिक सुधार को लेकर व्यापक विमर्श हुआ। पंचायत ने सभी खापों से इन प्रस्तावों को अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करने की अपील की है।
सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत में यह खाप चौधरी,गणमान्य रहे मौजूद
सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान ,बालियान खाप चौधरी नरेश टिकैत ,चौधरी राकेश टिकैत ,देशवाल खाप हरियाणा के चौधरी सुरेंद्र सिंह देशवाल,सांसद हरेंद्र मालिक ,बिजनौर से पूर्व सांसद भारतेन्दु सिंह,ओमपाल मलिक,भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह, गौरव टिकैत,ललित चौधरी ,राजवीर सिंह जादौन ,अशोक घटायन , चौधरी सतेंद्र शर्मा गठवाला खाप(मालिक) ब्राह्मण समाज,चौधरी सतवीर सिंह बुढ़ियाल खाप चौधरी,चौधरी सकिंद्र खाप बत्तीसा चौधरी ,भले सिंह नरवाल ,नरवाल खाप हरियाणा, रामपाल सिंह कलकल,कलकल खाप हरियाणा, ठाकुर पूर्ण सिंह, चौधरी विवेक चौहान ,चौहानखाप , बाबा प्रमेन्द्र आर्य, चौ. शरणवीर सिंह, चौ. हुकम सिंह, चौ. सुखपाल सिंह, चौ. वीरेंद्र सिंह लाटियान, अजय चौधरी, चौ. गजेन्द्र अहलावत, चौ. अमित बेनीवाल, संजीव तोमर बड़ौत देश खाप चौधरी प्रतिनिधि ,चौ. रविंद्र सिंह ,पवन खटाना ,राजे प्रधान नागर खाप (गुर्जर समाज),सुभाष चौधरी , थांबेदार बीरसेन मलिक थाम्बा फुगाना ,चौधरी रविंद्र मलिक थाम्बा लाख ,रविंद्र मलिक थाम्बा सोजनी,संजीव मलिक थम्बा लिसाड़ ,ललित चौधरी ,अर्जुन बालियान ,अजित सिंह ,पिंटू चौधरी ,आदि खाप चौधरी थांबेदार और विभिन्न खापों के चौधरी, थाम्बेदार, हरियाणा, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू, कर्नाटक आदि 10 राज्यों से खाप प्रतिनिधि एवं किसान संगठनो के प्रतिनिधि एवं भारी संख्या मे किसान मौजूद रहे।














