Haryana Winter Holidays: बच्चों की हुई मौज, हरियाणा में इस तारीख से होगी सर्दियों की छूटियां!

Haryana Winter Holidays
Haryana Winter Holidays: बच्चों की हुई मौज, हरियाणा में इस तारीख से होगी सर्दियों की छूटियां!

Haryana Winter Holidays:  चंडीगढ़/हिसार सच कहूँ/संदीप सिंहमार। हरियाणा सरकार ने प्रदेश के सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में 1 जनवरी 2026 से 15 जनवरी 2026 तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया है। इस अवधि में नर्सरी से लेकर 12वीं तक सभी कक्षाओं की नियमित पढ़ाई बंद रहेगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे छुट्टियों से पहले आवश्यक यूनिट टेस्ट और प्रैक्टिकल कार्य निपटा लें, ताकि पाठ्यक्रम पर असर कम से कम पड़े। शिक्षकों के लिए भी अधिकांश दिनों में अवकाश रहेगा, हालांकि प्रशासनिक कार्यों और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए कुछ स्कूलों में स्टाफ को रोस्टर के आधार पर बुलाया जा सकता है। विभाग ने यह भी साफ किया है कि तय तारीखों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का निर्णय स्कूल प्रबंधन स्थानीय स्तर पर ले सकते हैं।

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शीतलहर से निपटने को आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट, आमजन के लिए जारी की एडवाइजरी | Haryana Winter Holidays:

उत्तरी भारत में तापमान लगातार गिर रहा है और मौसम विभाग ने हरियाणा के अधिकांश जिलों में शीतलहर व घने कोहरे की संभावना जताई है। इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए व्यापक एडवाइजरी जारी की है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि समय रहते सावधानी बरतकर गंभीर बीमारियों और हादसों से बचा जा सकता है। एडवाजरी में लोगों से रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से रोजाना मौसम से जुड़ी जानकारी लेने को कहा गया है, ताकि अचानक तापमान गिरने या कोहरा बढ़ने की स्थिति में समय पर ठोस तैयारी की जा सके। सरकार ने स्पष्ट किया है कि शीतलहर के दिनों में बिना जरूरी काम के घर से बाहर निकलने से बचें और संभव हो तो ठंडी हवा से बचने के लिए आवश्यक यात्रा भी टाल दें।

एक भारी की बजाय कई हल्के लेयर पहनें

एडवाइजरी के अनुसार कड़कड़ाती ठंड में केवल एक भारी कपड़ा पहनने के बजाय हल्की, ढीली और विंडप्रूफ ऊनी पोशाक की कई परतें पहनना अधिक फायदेमंद है। इससे शरीर के भीतर गर्मी लंबे समय तक बनी रहती है और ठंडी हवा सीधा शरीर पर असर नहीं डाल पाती। बाहर निकलते समय सिर, गर्दन, कान, हाथ और पैरों को विशेष रूप से ढकने की सलाह दी गई है, क्योंकि इन हिस्सों से शरीर की गर्मी सबसे तेजी से निकलती है।

रात के समय घर के भीतर भी उचित बंदोबस्त करने, दरवाजे–खिड़कियों के किनारों से आती हवा रोकने तथा कमरे को हल्का गर्म रखने की अपील की गई है। पोस्टर में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, अस्थमा, हृदय रोग, शुगर और अन्य दीर्घकालिक बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश हैं, क्योंकि ऐसे लोग ठंड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।

भूखे पेट न रहें, गुनगुने तरल पदार्थ पिएं

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के हवाले से बताया गया है कि शीतलहर के दौरान शराब का सेवन बेहद खतरनाक हो सकता है। शराब शरीर को भीतर से गर्म करने के बजाय तापमान को तेजी से कम करती है, जिससे हाइपोथर्मिया का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए पूरी तरह शराब से परहेज करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही ठंड के दिनों में बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गर्म या गुनगुने तरल पदार्थ लेने, सूप, हर्बल चाय, दलिया, खिचड़ी जैसे हल्के और पौष्टिक भोजन खाने तथा खाली पेट न रहने पर बल दिया गया है। लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों को थर्मस में चाय अथवा गर्म पानी साथ रखने तथा जरूरत पड़ने पर बीच-बीच में आराम करने की सलाह दी गई है। सरकार ने लोगों से कहा है कि यदि उनके शरीर के कपड़े बारिश या कोहरे के कारण भीग जाएं तो तुरंत बदल लें, क्योंकि गीले कपड़े शरीर की गर्मी खींच लेते हैं और थोड़ी ही देर में व्यक्ति की हालत बिगड़ सकती है। शरीर को सूखा रखना शीतलहर से बचाव की पहली शर्त बताई गई है।

कफ, कंपकंपी, सुन्नपन दिखे तो तुरंत सतर्क हो जाएं

निर्देशों में कहा गया है कि कंपकंपी को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह हाइपोथर्मिया का शुरुआती संकेत हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति को अत्यधिक सर्दी के बीच अचानक गर्मी लगने लगे, भ्रम की स्थिति हो, चलने-फिरने में संतुलन बिगड़ने लगे, बोलने में तुतलाहट आए या त्वचा पीली-नीली दिखने लगे, तो उसे तुरंत घर के अंदर लाकर गर्माहट देने की कोशिश करें और यथाशीघ्र स्वास्थ्य केंद्र या नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। सरकार ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सड़क, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या फुटपाथ पर रहने वाले बेघर, बुजुर्ग और बीमार लोगों को देखें तो नजदीकी प्रशासनिक अधिकारी या हेल्पलाइन को सूचित करें, ताकि उन्हें रैन बसेरों या आश्रय स्थलों तक पहुंचाया जा सके। ठंड से सबसे ज्यादा जान का खतरा इन्हीं वर्गों को रहता है।

हाइपोथर्मिया की स्थिति में अपनाएं ये तत्काल कदम

पोस्टर के अनुसार यदि किसी व्यक्ति का शरीर अत्यधिक ठंडा महसूस हो, त्वचा बर्फ जैसी ठंडी लगे, हाथ-पैर सुन्न पड़ जाएं या वह सुस्ती, नींद और बेहोशी की तरफ बढ़ रहा हो, तो उसे तुरंत हाइपोथर्मिया की आशंका मानते हुए आपात कदम उठाएं। सबसे पहले व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाएं और उसके गीले कपड़े तुरंत उतार दें। शरीर को सूखे, मुलायम कपड़े, कंबल, रजाई या जैकेट से ढककर सिर-पैर तक अच्छी तरह लपेटें। गर्दन, छाती और जांघों के आसपास हल्की गर्माहट देने की कोशिश करें, लेकिन सीधे हीटर या अंगारे के सामने न बैठाएं, ताकि त्वचा जलने का खतरा न हो। बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी स्थिति में ज्यादा गरम पेय न दें। जैसे ही संभव हो,नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में चिकित्सकीय मदद अवश्य लें।

आपात स्थिति में 112 पर कॉल करें

हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया है कि शीतलहर से जुड़ी किसी भी आपातकालीन स्थिति -जैसे किसी व्यक्ति का सड़क पर बेहोश मिलना, अत्यधिक ठंड के कारण सांस लेने में तकलीफ, बुजुर्ग या बच्चे की अचानक तबीयत बिगड़ना में तुरंत 112 नंबर डायल करें। यह इमरजेंसी रिस्पांस सेवा पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की मदद को एक ही नंबर से सक्रिय करती है। अधिकारियों ने कहा है कि सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन कर लोग न केवल स्वयं को बल्कि अपने परिवार और आसपास के लोगों को भी गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं। समय पर बरती गई थोड़ी सी सावधानी कई जानें बचा सकती है।