शाम ढलते ही नए रेलवे स्टेशन पर छा जाता है अँधेरा, रोजाना भय के साये में सफ़र करने को मजबूर हजारो यात्री

Kaithal News
Kaithal News: नया रेलवे स्टेशन पर पसरा हुआ अँधेरा, नया रेलवे स्टेशन फाइल फोटो

बस स्टैंड नजदीक होने के चलते अधिकतर यात्री करते है यहाँ से सफ़र

  • स्टेशन पर लगे पोल केवल शो पीस बने
  • कैथल रेलवे स्टेशन से गुजरती है 7 ट्रेनें

कैथल (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kaithal News: शाम ढलते ही कैथल के करनाल रोड़ फटक के पास बने नए रेलवे स्टेशन के आसपास अंधेरा छा जाता है। अंधेरा होने की वजह से स्टेशन के आसपास शराबियों व असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा लगा रहता है। वहीं अँधेरे में वाहन चोरी होने का अंदेशा बना रहता है। रेल यात्रियों का कहना है कि शाम के समय स्टेशन के आसपास लाइट की व्यवस्था न होने से अँधेरा छाया रहता है जोकि यात्रियों के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा कर रहा है। रेलवे स्टेशन का हाल यह है कि यहाँ न तो यहां लाइटों की व्यवस्था सही है और न ही सफाई के प्रबंध सही हैं।

यहां से जींद, कुरुक्षेत्र, दिल्ली, चंडीगढ़ और अंबाला के लिए रोजाना हजारों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। कैथल में दो जगह ट्रेन का ठहराव होता है। पुराना रेलवे स्टेशन शहर के बीच में पड़ता है और नया रेलवे स्टेशन शहर के बाहर स्थित है। यह रेलवे स्टेशन बस स्टैंड के नजदीक होने के कारण ज्यादातर यात्री यहीं पर ट्रेन से उतरते हैं। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व युवतियां इन ट्रेनों में सफर करती हैं। लेकिन लाइट व्यवस्था न होने के कारण यात्रियों को वारदातों का डर सता रहा है। स्टेशन की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते पर उगी झाड़ियों के कारण यात्रियों को रास्ता भी सही नहीं मिल रहा है।

लाइट पोल शो पीस बने | Kaithal News

स्टेशन पर लगे पोल केवल शो पीस बने खड़े हैं। शाम के समय कुरुक्षेत्र से कैथल आने वाली ट्रेन के समय यात्रियों को अंधेरे में बैठ कर गाड़ी का इंतजार करना पड़ता है। स्टेशन के कई-कई मीटर के दायरे में कोई लाइट नहीं जल रही है। जिससे अंधेरा होने के कारण यात्रियों को चोरी, छीना झपटी यहां तक कि युवतियों को छेड़खानी जैसी घटनाओं का डर रहता है।

मैं रोजाना यहां से ट्रेन में सफर करते हैं। स्टेशन के आसपास नशेड़ी बैठे रहते हैं। ऐसे में महिलाओं को लूट व छेड़खानी जैसी घटनाओं का डर रहता है। एक तरफ घनी झांडियां हैं, जिससे अगर कोई वारदात हो जाए तो अंजाम देने वाले आसानी से भाग सकते हैं। यहां लाइटें लगानी जरूरी हैं।

प्रवेश, ट्रेन से कैथल स्टेशन पर उतरा यात्री

स्टेशन पर बुरा हाल है। न लाइट हैं और न ही स्वच्छ पानी की व्यवस्था है। यात्री परेशान होते हैं। वे काफी समय से रोजाना ट्रेन में आते हैं। आज तक यहां लाइटें जली नहीं दिखी। अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
सुनील कुमार, नए रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री

रोजाना हजारो यात्री करते है सफ़र

इस समय कैथल रेलवे स्टेशन से 7 ट्रेनें गुजर रही है। इसमें 2 एक्सप्रेस और 5 पैसेंजर ट्रेन हैं। एक्सप्रेस में एक दौलतपुर-साबरमती इंटरसिटी और कुरुक्षेत्र-दिल्ली एक्सप्रेस और 5 रेलगाड़ियां जींद से कुरुक्षेत्र और कुरुक्षेत्र से जींद जाने वाली चल रही है। जबकि एक ट्रेन हिसार के रायपुर हरियाणा से चंडीगढ़ शामिल है। वहीं, अभी तक कोरोना महामारी के समय बंद हुई दोपहर के समय चलने वाली यात्री रेलगाड़ी अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। इन सभी ट्रेनों में रोजाना करीब चार से पांच हजार यात्री अगल-अलग गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रा करते हैं। Kaithal News

कैथल रेलवे स्टेशन मास्टर नरेंद्र शर्मा ने कहा कि स्टेशन पर व्यवस्था के लिए कांट्रेक्ट दिया जाता है। ठेकेदार को ही सारी व्यवस्थाएं करनी होती हैं। वहीं जब इस बारे में ठेकेदार विकास से बात की तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे दिल्ली में उच्चाधिकारियों से बातचीत करेंगे। जल्द ही लाइटों व अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा।

यह भी पढ़ें:– 10 हजार एकड़ में पराली प्रबंधन कर किसानों के लिए रोल मॉडल बने सतपाल सिंह