हनुमानगढ़। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से दिया गया स्लोगन ‘जल है तो कल है’ सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गया है। शहर में जगह-जगह सड़क किनारों पर हुए लीकेज कुछ और ही हकीकत बयां कर रहे हैं। लीकेज के कारण रोजाना सैकड़ों-लाखों लीटर अमूल्य नीर यानि पानी की बर्बादी हो रही है। कहीं पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है तो दूसरी तरफ यूं पानी व्यर्थ बह रहा है। शहर में कई ऐसी जगह हैं जहां लंबे समय से लीकेज हैं लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस तरफ नहीं जा रहा। Hanumangarh News
सड़कों को भी हो रहा नुकसान, पीएचईडी अधिकारी गहरी नींद में
लीकेज के कारण पानी से सड़कों भी नुकसान पहुंच रहा है। यही नहीं लीकेज के कारण दूषित पानी घरों में पहुंच रहा है। इससे जलजनित बीमारियां फैलने का अंदेशा है। मंगलवार को शहर के सामाजिक कार्यकर्ता सुशील बहल ने अधिकारियों का ध्यान इस तरफ आकर्षित करवाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता को ज्ञापन सौंपा। सुशील बहल के अनुसार जंक्शन स्थित नेशनल पब्लिक स्कूल के सामने, पुरानी कलक्ट्रेट के सामने और 100 फीट रोड पर करीब आधा दर्जन जगह पिछले दो-तीन माह से पानी की पाइप लाइन लीकेज है। पुरानी कलक्ट्रेट के सामने तो सड़क भी क्षतिग्रस्त होती जा रही है।
सभी राजकीय अधिकारी/कर्मचारी इसी मार्ग से होकर प्रतिदिन गुजरते हैं परन्तु इस समस्या की ओर ध्यान नहीं गया। इससे कोई बड़ा हादसा होने का अंदेशा बना हुआ है। लीकेज लगातार रहने का नतीजा पानी की बर्बादी और दूषित पेयजल सप्लाई होना है। इससे जल उपभोक्ताओं में बीमारी फैलने का अंदेशा भी बना रहता है। बहल ने ज्ञापन के माध्यम से पीएचईडी जेईएन से मांग की कि जल्द से जल्द शहर में जगह-जगह पानी की लीकेज पाइप की मरम्मत करवाई जाए ताकि जल उपभोक्ताओं को पानी की बर्बादी और दूषित पानी से निजात मिल सके। Hanumangarh News
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