Lightning Struck: जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी ज़िले में मंगलवार को प्राकृतिक आपदा की एक दुखद घटना सामने आई, जब अचानक मौसम बिगड़ने के कारण तरगैन गाँव के ऊँचाई वाले क्षेत्र में बिजली गिर गई। इस घटना में सौ से अधिक भेड़-बकरियों की मृत्यु हो गई, जिससे खानाबदोश बकरवाल समुदाय के कई परिवारों की आजीविका पर गहरा संकट छा गया। Rajouri News
बुद्धल तहसील के अंतर्गत आने वाले तरगैन क्षेत्र में खानाबदोश समुदाय के परिवार, जो पारंपरिक मौसमी प्रवास पर थे, ऊँचे चरागाहों में ‘ढोक’ नामक अस्थायी आश्रय बनाकर रह रहे थे। सोमवार रात्रि को तेज बारिश और आंधी के साथ बिजली गिरने से उनके पशुधन का भारी नुकसान हुआ।
प्रभावित परिवारों में मोहम्मद अशरफ़, सद्दाम हुसैन, माखन दीन, मोहम्मद फ़ारूक, अजाज़ अहमद, फखर दीन, जावेद इक़बाल और मोहम्मद आरिफ शामिल हैं। इन परिवारों का कहना है कि भेड़-बकरियाँ ही उनके जीवनयापन का एकमात्र साधन थीं, और अब सब कुछ खो जाने के बाद वे भूख और बेबसी का सामना कर रहे हैं।
भेड़ पालन विभाग की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया
घटना की सूचना मिलते ही भेड़ पालन विभाग की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। टीम में फ्लॉक सुपरवाइज़र शाहबाज़ कमर और सहायक स्टॉकमैन लाल हुसैन शामिल थे। उन्होंने क्षति का विस्तृत आकलन कर रिपोर्ट तैयार की, जिससे प्रशासन को उचित सहायता प्रदान करने में सहायता मिल सके।
पीड़ित परिवारों ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और राजौरी ज़िला अधिकारियों से तत्काल राहत सहायता, उचित मुआवज़ा तथा पुनर्वास की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय पर सहायता नहीं मिली, तो उनके अस्तित्व पर गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा। बकरवाल समुदाय के लिए पशुधन केवल संपत्ति नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। ये खानाबदोश परिवार हर वर्ष गर्मी के मौसम में अपने मवेशियों के साथ ऊँचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों की ओर पलायन करते हैं और ठंड बढ़ने पर अक्टूबर के महीने में वापस मैदानी इलाक़ों की ओर लौट आते हैं। Rajouri News
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