तिरुवनंतपुरम (एजेंसी)। मलयालम सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री ललिता का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया है। वह 74 वर्ष की थीं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बुधवार को उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध अभिनेत्री ललिता का मंगलवार देर रात निधन हो गया। उन्होंने अपने असाधारण अभिनय कौशल से कई पीढ़ियों का दिल जीता। वह अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता और योगदान के कारण हर घर का जाना-माना नाम बन गई थीं। विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि बहुमुखी अभिनेत्री, जो केरल संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष भी थीं, ने हर केरलवासी के दिल में जगह बनाई। प्रशंसकों ने कहा कि वामपंथ की साथी के रूप में वह हमेशा प्रगतिशील आंदोलन से जुड़ी रहीं। ललिता का अंतिम संस्कार शाम पांच बजे त्रिशूर के वडक्कनचेरी में होगा। परिवार के सदस्यों ने बताया कि ललिता कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं और उनके बेटे के आवास पर उनका निधन हो गया। उनके परिवार में बेटी श्रीकुट्टी और अभिनेता-निर्देशक पुत्र सिद्धार्थ हैं।
ललिता को तबीयत खराब होने पर नवंबर में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन जब उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें उनके बेटे के घर ले जाया गया। उन्होंने केरल के कायमकुलम में एक प्रमुख वामपंथी नाटक मंडली केरल पीपुल्स आर्ट्स क्लब (केपीएसी) के साथ अपने अभिनय करियर की शुरूआत की। अपने पांच दशक के करियर में उन्होंने 550 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। अलाप्पुझा के कायमकुलम में कदयकथारायिल वीटिल के. अनंतन और भार्गवी अम्मा के घर 25 फरवरी, 1948 को माहेश्वरी अम्मा के रूप में जन्मीं ललिता पांच बच्चों में सबसे बड़ी थीं। उनके पिता फोटोग्राफर और मां गृहिणी थीं। उन्होंने अपना अधिकांश बचपन अलाप्पुझा के कायमकुलम के पास रामपुरम में बिताया। उन्हें नृत्य कक्षाओं में शामिल करने के लिए उनका परिवार कोट्टायम के चंगनस्सेरी चला गया। उन्हें चेलप्पन पिल्लई और फिर कलामंडलम गंगाधरन ने प्रशिक्षित किया। उन्होंने 10 साल की उम्र में ‘गीतायुदे बाली’ नाटक में अभिनय किया था। बाद में वह केपीएसी में शामिल हो गर्इं।
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