कुरुक्षेत्र पहुंचा दुनिया का सबसे महंगा आम, दुबई में बिकता है 3 लाख रुपए किलो
कुरुक्षेत्र (सच कहूँ/देवीलाल बारना)। Mango Fair: कुरुक्षेत्र के लाड़वा क्षेत्र में आयोजित आम मेले में इस बार एक विशेष किस्म का आम सबका ध्यान खींच रहा है- जापान का प्रसिद्ध मियाजाकी आम। यह आम दुबई जैसे देशों में 2.5 लाख से लेकर 3 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक की कीमत पर बिकता है, जो इसे दुनिया का सबसे महंगा आम बनाता है। भारत में इसकी कीमत भी 50 हजार से 70 हजार रुपए प्रति किलो तक जाती है। Kurukshetra News
इसे ‘एग आॅफ द सन’ के नाम से जाना जाता है और यह अपने गहरे लाल रंग व स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए जाना जाता है। वैज्ञानिक शोधों के अनुसार यह आम सिर्फ स्वाद का खजाना नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक औषधि भी है, जो कैंसर रोगियों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
लाड़वा के सब-ट्रॉपिकल सेंटर में शोध कार्य शुरू | Kurukshetra News
मियाजाकी आम का एक पौधा लाड़वा स्थित इंडो-इजराइल सब-ट्रॉपिकल सेंटर में लगाया गया है। इस सेंटर ने इसे भविष्य का फल मानते हुए गहन शोध कार्य शुरू कर दिया है। इस वर्ष इस पौधे पर फल आना भी शुरू हो गया है। सेंटर के विशेषज्ञों के अनुसार इस किस्म को तैयार करने में लगभग पाँच वर्ष लगते हैं। इसकी देखरेख विशेष विधियों से की जाती है और टपका विधि से इसकी सिंचाई की जाती है। सेंटर के अधिकारी बताते हैं कि फरवरी माह में पेड़ पर बौर आने लगता है और जून-जुलाई में फल लगना शुरू हो जाता है।
मुजफ्फरनगर से लाए किसान ने दी जानकारी
आम मेले में इस दुर्लभ किस्म के आम को लेकर पहुंचे मुजफ्फरनगर के किसान मोहम्मद साजिद के अनुसार मियाजाकी आम जापान के मियाजाकी प्रांत की उपज है। भारत में यह किस्म अब धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने बताया कि इसका पौधा करीब चार फुट ऊँचा होता है, लेकिन इसे फल देने योग्य बनने में पाँच साल लगते हैं। एक आम का वजन 300 से 350 ग्राम तक होता है और इसकी रंगत गहरे लाल होती है, जो इसे और भी आकर्षक बनाती है।
स्वास्थ्य के लिए भी है वरदान
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. शिवेंद्र प्रताप ने बताया कि मियाजाकी आम न केवल स्वाद में बेजोड़ है, बल्कि यह स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भी भरपूर है। इसमें एंटीआॅक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इन गुणों के कारण यह आम कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में सक्षम है। साथ ही, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। Kurukshetra News
डॉ. शिवेंद्र ने बताया कि इस आम का स्वाद उत्तर भारत के प्रसिद्ध रटौल आम से मिलता-जुलता है। अब इसकी बागवानी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में भी हो रही है और भारत से विदेशों में इसका निर्यात भी शुरू हो गया है।
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