‘पूज्य गुरु जी को बारम्बार धन्यवाद, जिन्होंने हमारी सुध ली’

Free eye camp
Free eye camp ‘पूज्य गुरु जी को बारम्बार धन्यवाद, जिन्होंने हमारी सुध ली’

सरसासच कहूँ/सुनील वर्मा। आँखों की रोशनी मंद पड़ने से कल तक जिन चेहरों पर मजबूरी, मायूसी और परेशानी के भाव झलक रहे थे, आज उन चेहरों पर एक अद्भुत मुस्कान खिली हुई थी। जी, हाँ हम बात कर रहे हैं याद-ए-मुर्शिद परमपिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री आई कैंप में आँखों के आॅप्रेशन करवा चुके मरीजों की। हर जुबाँ पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का शुक्राना करते-करते नहीं थक रही थी।

राजस्थान के रामपुरा मटोरिया से पहुंचे पालाराम ने बताया कि बाबा जी की मेहर से उनका यहां सफल आॅपरेशन हो गया है। पूज्य गुरु जी को बारंबार नमन करता हूँ। आज के दौर में मुश्किल वक्त में जहां अपने भी किनारा कर लेते हैं, ऐसे वक्त में पूज्य गुरु जी मेरे जैसे लोगों की सुध लेकर बिना एक नया पैसा लगवाए मुफ्त आॅप्रेशन करवा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यहां न तो किसी प्रकार का खर्च लगा और न ही किसी तरह की परेशानी हुई, बल्कि उन्हें चश्मा और दवाइयां भी पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराई गर्इं। पालाराम ने बताया कि बाहर आॅपरेशन करवाने में बहुत अधिक खर्च आता है, जो उनके लिए संभव नहीं था। उन्होंने सेवादारों की सेवा भावना की भी जमकर सराहना की। इनके अलावा पंजाब के बरनाला जिले के रुड़ीके कलां गांव निवासी दर्शन सिंह, सरसा के प्रेम नगर निवासी विनय कुमार, राजस्थान के भादरा तहसील के गांव घेऊ से पहुंचे 80 वर्षीय श्रीचंद, रामसरा निवासी संतोष, पंजाब के मोगा जिले के गांव निहाल सिंह वाला निवासी कर्मजीत कौर, मानसा जिले के लोहगढ़ गाँव निवासी कुलवंत कौर और जलंधर से आई शीलो बाई सहित अनेकों बुजुर्गों महिला-पुरुषों ने तहेदिल से पूज्य गुरुजी, डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन और सेवादारों की सेवा भावना की दिल खोलकर प्रशंसा की।

दैनिक जीवन में आती थी बहुत परेशानी

रामसरा निवासी संतोष ने बताया कि पहले उन्हें नजदीक से भी ठीक से दिखाई नहीं देता था, जिससे दैनिक जीवन में काफी परेशानी हो रही थी। इस आई कैंप में आकर उनका सफल आॅपरेशन किया गया, जिसके बाद अब उन्हें काफी स्पष्ट दिखाई देने लगा है। संतोष ने भावुक होकर कहा कि वे पूज्य गुरु जी का हृदय से धन्यवाद करती हैं, जिन्होंने हम जैसे बुजुर्गों का भी पूरा ख्याल रखा और नि:स्वार्थ भाव से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई।

इतने वर्षों बाद साफ दिखाई दिया

पंजाब के बरनाला जिले के रुड़ीके कलां गांव निवासी दर्शन सिंह ने बताया कि वे वर्षों से आँखों की रोशनी न होने के कारण अंधेरे में जीवन जी रहे थे और दो फीट दूर तक भी उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता था। इस आई कैंप में नि:शुल्क मोतियाबिंद आॅपरेशन के बाद जब उनकी आँखों की पट्टी खोली गई, तो उनकी आँखें नम हो गर्इं। भावुक होकर दर्शन सिंह ने कहा कि आज इतने वर्षों बाद उन्हें फिर से साफ दिखाई देने लगा है। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरु जी उनके लिए भगवान के समान हैं, जिन्होंने उनकी जिंदगी में दोबारा रोशनी भर दी।

ऐसी सेवा तो अपने बच्चे भी नहीं करते

मानसा के लोहगढ़ निवासी कुलवंत कौर ने बताया कि उनकी आंख का सफल आॅपरेशन हुआ है और अब उन्हें सब कुछ ठीक से दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि वे वाहेगुरु से प्रार्थना करती हैं कि इस सेवा कैंप को लगाने वालों को लंबी उम्र और स्वास्थ्य प्रदान करें। कुलवंत कौर ने सेवादारों की सेवा भावना की विशेष रूप से सराहना करते हुए कहा कि यहां सेवादार इतनी नि:स्वार्थ सेवा कर रहे हैं, जितनी सेवा तो अपने बच्चे भी नहीं करते। उन्होंने भावुक होकर कहा कि यहां का माहौल और व्यवस्था बिल्कुल अलग है और यह स्थान सचमुच इंसानियत की मिसाल है।

मानों नई जिंदगी मिल गई

सरसा के प्रेम नगर निवासी विनय कुमार ने बताया कि पिछले 7-8 महीनों से उन्हें धुंधला दिखाई दे रहा था। रविवार को उनका सफल आॅपरेशन किया गया, जिसके बाद अब उन्हें साफ दिखाई देने लगा है। विनय कुमार ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की सेवा भावना के बारे में उन्होंने पहले भी बहुत सुना था, लेकिन यहां आकर जो अनुभव मिला, वह उनकी कल्पना से कहीं अधिक है। वे बार-बार पूज्य गुरु जी का धन्यवाद करते हैं।