UP Metro News: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने लखनऊ, कानपुर और आगरा शहरों में मेट्रो के विस्तार के लिए बड़ी योजना तैयार कर ली है। इन तीनों प्रमुख शहरों में कुल 303 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन बिछाने की योजना है, जिससे शहरों में यातायात व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और लाखों यात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा। यह योजना राज्य सरकार की शहरी परिवहन को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने की बड़ी पहल मानी जा रही है।
हर 850 मीटर पर मेट्रो स्टेशन, लोगों को मिलेगी आसान पहुंच |UP Metro News
UPMRC द्वारा प्रस्तावित इस योजना के अंतर्गत खास बात यह है कि मेट्रो स्टेशनों की दूरी को बहुत कम रखा गया है। हर 850 मीटर पर एक मेट्रो स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है, ताकि यात्रियों को अधिक चलना न पड़े और मेट्रो का अधिकतम उपयोग हो सके। यह सुविधा विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और विद्यार्थियों के लिए लाभकारी साबित होगी।
लखनऊ मेट्रो: 139.4 किलोमीटर का जाल, 9 नए कॉरिडोर
राजधानी लखनऊ में मेट्रो सेवा को और अधिक सुलभ और व्यापक बनाने के लिए 139.4 किलोमीटर तक मेट्रो लाइन का विस्तार किया जाएगा। इसके तहत 9 नए मेट्रो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। वर्तमान में लखनऊ मेट्रो का पहला चरण ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग होते हुए मुंशी पुलिया तक चलता है, लेकिन अब दूसरे कॉरिडोर पर काम चल रहा है जो चारबाग से वसंतकुंज ईस्ट-वेस्ट तक जाएगा। नए कॉरिडोर के बनने से गोमतीनगर, अलीगंज, महानगर, हजरतगंज, अमीनाबाद, आलमबाग जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों को मेट्रो सुविधा से जोड़ा जाएगा।
कानपुर मेट्रो: 74.9 किलोमीटर तक विस्तार, बनेंगे 7 नए कॉरिडोर
कानपुर में मेट्रो का पहला चरण पहले ही लोगों के लिए शुरू हो चुका है, जिसमें IIT से नौबस्ता तक 23.8 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर शामिल है। इसके साथ ही दूसरा कॉरिडोर CSA से बर्रा तक 8.4 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। अब, मेट्रो का विस्तार 74.9 किलोमीटर तक किया जाएगा, जिसमें कुल 7 नए कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। ये कॉरिडोर शहर के विभिन्न औद्योगिक, शैक्षणिक और रिहायशी क्षेत्रों को जोड़ेंगे, जिससे दैनिक यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
आगरा मेट्रो: 88.9 किलोमीटर में मेट्रो नेटवर्क, 11 नए कॉरिडोर
ताजमहल की नगरी आगरा में भी मेट्रो विस्तार योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। फिलहाल यहां एयरपोर्ट से मुंशीपुलिस चौकी तक पहला मेट्रो कॉरिडोर संचालित हो रहा है। अब 88.9 किलोमीटर तक मेट्रो ट्रैक का विस्तार किया जाएगा, जिसमें 11 नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे। आगरा का यह मेट्रो नेटवर्क पर्यटन, व्यापार और स्थानीय जनजीवन के लिए वरदान साबित होगा। खासतौर पर ताजमहल, सिकंदरा, फतेहाबाद रोड और कैंट स्टेशन जैसे पर्यटन स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में मेट्रो सुविधा पहुंचाई जाएगी। वहीं मेरठ में भी जल्द ही मेट्रो शुरू हो जाएगी। कार्य प्रगति पर चल रहा है।
28 नए कॉरिडोर से तीनों शहरों की बदल जाएगी सूरत
तीनों शहरों को मिलाकर कुल 28 नए मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं, जो शहरी आवागमन को पूरी तरह बदल देंगे। इन कॉरिडोरों का निर्माण कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। मेट्रो रूट की लंबाई और स्टेशनों की संख्या बढ़ने से ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी, साथ ही प्रदूषण को भी नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। यह योजना राज्य सरकार की “हर नागरिक को सुगम यात्रा” नीति के तहत लागू की जा रही है।
मेट्रो विस्तार से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें
शहर वर्तमान स्थिति विस्तार प्रस्ताव कॉरिडोर की संख्या
लखनऊ एक कॉरिडोर चालू, दूसरा निर्माणाधीन 139.4 किमी तक विस्तार 9
कानपुर पहला कॉरिडोर चालू, दूसरा निर्माणाधीन 74.9 किमी तक विस्तार 7
आगरा एक कॉरिडोर चालू 88.9 किमी तक विस्तार 11
कुल — 303.2 किमी 28 कॉरिडोर
पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को भी होगा लाभ
इस मेट्रो विस्तार योजना से न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि सड़क यातायात पर बोझ कम होने से प्रदूषण में भी गिरावट आएगी। मेट्रो जैसे सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलने से ईंधन की खपत कम होगी और लोगों को आर्थिक रूप से भी राहत मिलेगी। साथ ही निर्माण कार्य के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश की मेट्रो क्रांति
लखनऊ, कानपुर और आगरा जैसे शहरों में मेट्रो नेटवर्क के इस विस्तार से उत्तर प्रदेश में एक नई शहरी क्रांति की शुरुआत हो रही है। 303 किलोमीटर तक फैली यह मेट्रो लाइन केवल एक यातायात परियोजना नहीं, बल्कि एक सामाजिक-आर्थिक बदलाव का संकेत है। आने वाले वर्षों में जब यह सभी कॉरिडोर पूरी तरह तैयार होकर जनता के लिए चालू होंगे, तब यह न केवल यात्रा के अनुभव को आसान बनाएंगे, बल्कि शहरी जीवन को भी अधिक व्यवस्थित और पर्यावरण अनुकूल बना देंगे।