Terror Module Update: मेवात। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद स्थित एक विश्वविद्यालय से जुड़े कथित ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान हरियाणा के मेवात क्षेत्र से एक स्थानीय धर्मगुरु को हिरासत में लिया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई जारी पड़ताल का हिस्सा है। Mewat News
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान हफीज़ मोहम्मद इश्तियाक के रूप में हुई है। वे मेवात के निवासी हैं और फरीदाबाद की ढेरा कॉलोनी स्थित अल फलाह मस्जिद में इमाम की जिम्मेदारी निभा रहे थे। जानकारी के मुताबिक, इश्तियाक फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय के निकट एक किराए के मकान में रह रहा था, जहाँ से सुरक्षा एजेंसियों ने 2,500 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था।
इश्तियाक को आगे की पूछताछ के लिए श्रीनगर लाया गया है और जल्द ही उसकी औपचारिक गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। यह इस मॉड्यूल से जुड़ी नौवीं गिरफ्तारी बताई जा रही है। इससे पहले, 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ समन्वय करते हुए प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद से जुड़े कथित आतंकी जाल का भंडाफोड़ किया था। कई स्थानों पर हुई संयुक्त छापेमारी में इस नेटवर्क से जुड़े कई लोग पकड़े गए थे।
दिल्ली ब्लास्ट और फरीदाबाद मॉड्यूल का संबंध | Mewat News
सोमवार को पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली जब फरीदाबाद के एक अपार्टमेंट से करीब 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट और लगभग 2,900 किलोग्राम आईईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री, जैसे रसायन, डेटोनेटर और तार बरामद किए गए। सूत्रों के अनुसार, बाद में हुई छापेमारी में 358 किलोग्राम अतिरिक्त विस्फोटक भी जब्त किया गया। कुल मिलाकर मॉड्यूल के ठिकानों से लगभग 3,000 किलोग्राम विस्फोटक और बम निर्माण उपकरण मिले हैं।
यह भी सामने आया कि यह विस्फोटक सामग्री जिस मकान में रखी गई थी, वह इश्तियाक द्वारा किराए पर लिया गया था। जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इन सामग्रियों को डॉ. मुज़म्मिल गनई उर्फ मुसैब और डॉ. उमर नबी वहां ले कर आए थे। डॉ. उमर नबी ही वह व्यक्ति बताया जा रहा है, जो सोमवार शाम लाल किले के बाहर विस्फोटक से भरी कार चला रहा था, जिसमें धमाके से 12 लोगों की मौत हुई। Mewat News
11 नवंबर को हुए धमाके से कुछ ही घंटे पहले अल-फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े तीन डॉक्टरों सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब तक इस मामले में डॉ. मुज़म्मिल और आदिल राथर को हिरासत में लिया जा चुका है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दिल्ली में जिस कार में विस्फोट हुआ, उसे इस मॉड्यूल से जुड़े उमर चला रहा था। प्रारंभिक जांच से यह भी संकेत मिला है कि दिल्ली में हुआ विस्फोट उसी प्रकार की सामग्री से किया गया था, जैसा फरीदाबाद से बरामद हुआ है।
अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि यह विस्फोट पूर्व नियोजित था या आकस्मिक, जिसकी पुष्टि आगे की तहकीकात में होगी। घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस, केंद्रीय एजेंसियाँ और फोरेंसिक टीमें मौके पर पहुंच गईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत एनएसजी, एनआईए और विशेषज्ञ टीमों को घटनास्थल पर भेजने का निर्देश दिया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया और वाहन मालिकों की पहचान की पुष्टि कर ली गई है। घटनास्थल से एकत्र डीएनए नमूनों, रासायनिक पदार्थों और अन्य साक्ष्यों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। आगे की विस्तृत जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी गई है। Mewat News















