Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले दूध उत्पादकों की हो गई मौज, सीएम ने किया बड़ा ऐलान

Haryana
Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले दूध उत्पादकों की हो गई मौज, सीएम ने किया बड़ा ऐलान

Haryana: चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत 35 हजार दूध उत्पादकों को अप्रैल, मई और जून, 2024 के लिए 15 करोड़ 59 लाख रुपये की सब्सिडी जारी की है। सैनी ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत हरियाणा में घरों तक दूध सप्लाई करने वालों का बीमा प्रीमियम राज्य सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री ने अपने निवास संत कबीर कुटीर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर से आए दुग्ध उत्पादकों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 32 करोड़ 51 लाख रुपये तथा वर्ष 2023-24 में 39 करोड़ 37 लाख रुपये की सब्सिडी दी गई।

National Highway: दिल्‍ली-अमृतसर, दिल्‍ली-देहरादून, कानपुर-लखनऊ समेत 9 एक्‍सप्रेसवे शुरू होने का समय तय, जानें आपका क्षेत्र भी है शामिल!

उन्होंने कहा कि इसी योजना को और आगे बढ़ाते हुए सरकार ने वर्ष 2024-25 के दौरान सब्सिडी राशि की सीमा को छह महीने से बढ़ाकर एक साल तक कर दिया है और अंत्योदय परिवारों के सदस्यों की प्रोत्साहन राशि पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लीटर कर दी है। यह राशि दुग्ध संघों द्वारा प्रदान की जा रही दूध की कीमत के अतिरिक्त होगी। इसलिये इस वित्त वर्ष में 100 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। सैनी ने हरियाणा राज्य अपनी मुर्राह नस्ल की भैंस के लिए विश्व प्रसिद्ध है। हरियाणा नस्ल की गाय की अपनी अलग पहचान है। हम हरियाणा में दूध उत्पादन को एक उद्योग के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। Haryana

इसी का परिणाम है कि प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर है। हमारी प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 1098 मिली लीटर है, जोकि देश की प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 459 मिली लीटर से दोगुना है। प्रदेश की इस उपलब्धि में दुग्ध उत्पादकों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय दूध की खरीद के लिए 3300 सहकारी दुग्ध समितियां हैं। इसके अलावा, दूध की प्रोसेसिंग के लिए छह मिल्क प्लांट हैं, जिनकी दुग्ध प्रोसेसिंग की दैनिक क्षमता 9.45 लाख लीटर है। 280 करोड़ रुपये की लागत से जिला रेवाड़ी के गांव बिंदावास में एक नया दूध संयंत्र स्थापित कर रहे हैं। इस संयंत्र की प्रतिदिन दूध प्रसंस्करण क्षमता पांच लाख लीटर होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here