Mohammad Azharuddin took oath: हैदराबाद। पूर्व क्रिकेट कप्तान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शुक्रवार को तेलंगाना मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ के दौरान अजहरुद्दीन ने ‘अल्लाह’ का नाम लेकर वचन लिया और अंत में ‘जय तेलंगाना’ तथा ‘जय हिंद’ का उद्घोष किया। Congress Telangana Politics
शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, कैबिनेट के अन्य सदस्य, विधानसभा अध्यक्ष गद्दम प्रसाद कुमार और विधान परिषद के अध्यक्ष जी. सुखेन्द्र रेड्डी मौजूद रहे। अजहरुद्दीन के बेटे मोहम्मद असदुद्दीन भी समारोह में पहुंचे, जिन्हें हाल ही में प्रदेश कांग्रेस का महासचिव बनाया गया है।
राज्य कैबिनेट ने कुछ महीने पहले ही अजहरुद्दीन को राज्यपाल मनोनीत सदस्य के रूप में विधान परिषद भेजने का निर्णय लिया था। माना जा रहा है कि उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। वर्तमान में वे टीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष और राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य हैं। Congress Telangana Politics
अजहरुद्दीन जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव से पहले मंत्रिमंडल में शामिल
62 वर्षीय अजहरुद्दीन को जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव से पहले मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। वर्ष 2023 के चुनावों में हार के बावजूद वे दोबारा चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, परंतु पार्टी नेतृत्व ने इस बार नवीन यादव को टिकट देते हुए अजहरुद्दीन को मंत्री बनाए जाने का आश्वासन दिया था।
उनके शामिल होने के बाद मंत्रियों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। उल्लेखनीय है कि रेवंत सरकार के गठन के बाद से कैबिनेट में कोई भी मुस्लिम चेहरा न होने के कारण कांग्रेस आलोचना का सामना कर रही थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अजहरुद्दीन की एंट्री कांग्रेस का मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बनाने का प्रयास है, विशेष रूप से जुबली हिल्स जैसे क्षेत्रों में, जहाँ मुस्लिम मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उधर, भाजपा ने चुनाव आयोग से कैबिनेट विस्तार रोकने की मांग की थी, यह आरोप लगाते हुए कि सरकार उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा कर रही है। पार्टी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
गौरतलब है कि 2009 में कांग्रेस से जुड़ने के बाद अजहरुद्दीन मुरादाबाद से सांसद चुने गए थे। बाद में उन्हें राजस्थान टोंक-सवाई माधोपुर से भी टिकट मिला, हालांकि वह चुनाव हार गए। 2018 में उन्हें तेलंगाना कांग्रेस की कमान में अहम ज़िम्मेदारियाँ दी गईं, जिसके बाद से वे प्रदेश राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। Congress Telangana Politics















