नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। आज जो हम आपको खबर बताने जा रहे है वह खबर पढ़कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। जी हां! मां तो मां होती है वह अपने बच्चे के लिए अपनी जान भी जोखिम में डाल सकती है। मध्यप्रदेश के सीधी गांव बाड़ीझरिया गांव में एक बैगा आदिवासी परिवार की किरण बैगा अपने बच्चों को ठंड से बचाने के लिए सायं सात बजे घर के सामने बैठी हुई थी।
इसी दौरान पीछे से अचानक तेंदुआ आ गया और बगल में बैठा आठ वर्षीय बेटे राहुल को मुंह में दबाकर जंगल की ओर भाग गया। महिला ने हिम्मत दिखाई और उसने तेंदुआ का पीछा किया, इस दौरान महिला पर तेंदुआ ने दो बार वार किया, हालांकि किस्मत ने उसका साथ दिया और अपने बेटे को सुरक्षित घर ले आई। हालांकि इस दौरान दोनों घायल हो गए है। इनका इलाज समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी में चल रहा है। इनकी हालत ठीक बताई जा रही है।
साल भर के भीतर यह दूसरी घटना
इस घटना के बाद से आदिवासी क्षेत्र में दहशत का माहौल है। साल भर के भीतर यह दूसरी घटना है। मालूम हो कि करीब एक किलोमीटर दूर तेंदुआ जंगल में ही एक जगह रुका और बालक को पंजों से दबोचकर बैठ गया था। इस दौरान महिला हिम्मत करके उसके पंजे से बच्चे को संघर्ष के बाद छुड़ाने में कामयाब हुई और फिर बच्चे को अपनी बांहों में कसकर लिपटा लिया। बच्चे को छुड़ाने के बाद दूसरी बार तेंदुआ फिर वार किया तब वह उसके पंजे को पकड़कर जोर से धकेल दी। तब तक में गाँव के लोग भी पहुंच गए और लोगों की भीड़ आते देख तेंदुआ वहां से जंगल की ओर भाग गया। महिला ने बताया कि इसके बाद वह बेहोश हो गई जब आँख खुली तो देखा कि अस्पताल पहुंच गई है।
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