कमिश्नर साहब ! हमें इस दबंग वेब सिटी बिल्डर से बचा लो 

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  • वेव सिटी बिल्डर की मनमानी के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा, जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
  • मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन,फिर भी बिल्डर कर रहा किसानों की जमीनों पर कब्जे का प्रयास, किसान परेशान
  • वेव सिटी बिल्डर की दबंगई से परेशान किसानों ने पुलिस कमिश्नर से लगाई न्याय की गुहार
  •  कमिश्नर साहब ! वेव बिल्डर जीडीए के 2 नवंबर 2013 में जारी पत्र के पैरा संख्या -13 का भी अनुपालन नहीं कर रहा

गाजियाबाद(सच कहूँ /रविंद्र सिंह)। वेव सिटी बिल्डर की दबंगई (Mr. Commissioner) से परेशान होकर  कई गांवों के पीड़ित किसानों ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा।  किसानों का आरोप है कि वेव सिटी बिल्डर उनकी जमीन पर दबंगई दिखाते हुए ,जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहा है। जिस जमीन अभी तक भी मुआवजा तक नहीं बना है। किसान रुपेश और प्रमोद चौधरी ने बताया कि वेव सिटी बिल्डर उस जमीन  पर भी क्षेत्रीय पुलिस से दबाव बनवाकर  कब्जा करने का प्रयास कर रहा है। जिसका  मुआवजा तक नहीं बना है। इस मामले को लेकर गाजियाबाद पुलिस  कमिश्नर  अजय कुमार मिश्रा को ज्ञापन दिया। और  किसानों के साथ न्याय करने की गुहार लगाई गई है।

किसानों ने बताया कि नेशनल हाईवे(एनएच )-9 स्थित वेव सिटी टाउनशिप के अंतर्गत आने वाले गाँव  शाहपुर बम्हेटा, बयाना, नाय फल, काजी पुरा , महरौली आदि गांवों की भूमि हाईटेक टाउनशिप विकास योजना के अन्तर्गत प्रस्तावित है। कुछ किसानों की भूमि का ना तो आज तक भी  मुआवजा ही बना है। उसके बावजूद बिल्डर हमारी जमीनों पर कब्जा करना चाहता है ,धमकी देता है। जबकि  जी.डी.ए. के पत्र 2 नवंबर 2013 के पैरा संख्या -13 में बिल्डर को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ( जीडीए ) द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि जिस जमीन पर वाद न्यायालय में विचाराधीन है उस पर किसी प्रकार के निर्माण की अनुमति नहीं होगी। पीड़ित किसानों की भूमि पर आज भी  उच्च न्यायालय में वाद विचाराधीन है।

 पुलिस की सहायता से वेब सिटी बिल्डर बना रहा किसानों पर दबाव:रूपेश | Mr. Commissioner

 किसान रुपेश ने कहा कि  उच्च न्यायालय में वाद विचाराधीन  है। इसके बावजूद भी बिल्डर पुलिस की सहायता से पीड़ित किसानों की भूमि पर जबरन कब्जा करने का  प्रयास करता है। किसानों का आरोप है कि वेव बिल्डर वेव सिटी थाना पुलिस के सहयोग से किसानों पर दबाव बनाता है। एक अप्रैल 2023 को भी पीड़ित किसान प्रमोद पुत्र नानक को थाना वेव सिटी के थाना प्रभारी  ने जबरन बुलाकर थाने पर बैठाया  गया था। और 2 मार्च 2023 को भी बिल्डर ने थाना वेव सिटी की पुलिस से मिलकर पीड़ित किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया गया।किसानों के शांतिपूर्ण विरोध के चलते उस समय बिल्डर के लोग तब तो वापस चले गये।

लेकिन बिल्डर के लोग जाते जाते ये धमकी भी देकर गये कि भविष्य में बहुत जल्द ही हम आपकी जमीनों  पर कब्जा ले लेंगे। घटना से क्षेत्र के पीड़ित किसान बहुत डरे,सहमे  हुए है। किसानों ने कहा  कि अभी तक  हमारी जमीन न तो किसी करार द्वारा क्रय की गयी है। और ना ही अधिग्रहण हुई  है। किसानों ने अजय कुमार मिश्रा  कमिश्नर पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद से गुहार लगाते हुए कहा कि साहब ! थाना वेव सिटी पुलिस को बिल्डर के प्रभाव में आकर पीड़ित किसान को परेशान करने से रोका जाए। और जीडीए के जरिए दो नवंबर 2013 को जारी पत्र की धारा-15 का अनुपालन पुलिस व बिल्डर से कराया जाए। उन्होंने अवगत कराया  कि किसानों का यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।

ये किसान रहे मौजूद

इस मौके पर प्रमोद चौधरी,एडवोकेट रुपेश यादव,धर्मवीर सिंह,विक्की,सलेकचन्‍द, महेंद्र,कुलबीर सिंह,अशोक,सुन्दर,बिजेंद्र ,महिपाल सिंह,जीतराम,परमानंद,अमित ,हरिचंद,राकेश,ग्राम शाहपुर बम्हैटा, बयाना, नायफल, महरौली आदि गांवों के किसान मौजूद रहे।

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कमिश्नर ऑफिस से डीसीपी ग्रामीण जोन कार्यालय भेजा गया किसानों को

Mr. Commissioner

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ऑफिस से किसानों को ग्रामीण जोन के ड़ीसीपी रवि कुमार आईपीएस )के पास भेज दिया गया, पीड़ित किसानों ने मुरादनगर में एडीसीपी रवि कुमार को अपना ज्ञापन सौंपते हुए वेव बिल्डर से जमीन बचाने के लिए गुहार लगाई।

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