नीतीश कुमार ने सौंपा इस्तीफा, नई सरकार बनाने के लिए 160 विधायकों के समर्थन का दावा

Bihar Election Nitish's weak stature

पटना (एजेंसी)। बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड ने (जदयू) आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिया। जदयू के सांसदों और विधानमंडल दल की मंगलवार को यहां हुई बैठक में इस पर मुहर लगी है। बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के सांसदों और विधायकों को बताया कि कैसे भाजपा उनके दल को तोड़ने की कोशिश कर रही है और ऐसे में अब भाजपा के साथ नाता नहीं रखना चाहते हैं। कुमार ने कहा कि कोई उनके दल को तोड़े यह कहीं से भी उचित नहीं है। बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने कुमार को निर्णय लेने के लिए अधिकृत भी किया, जिसके बाद उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ने की घोषणा की। वहीं नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है। और उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए 160 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।

इससे पूर्व जदयू के नालंदा से सांसद कौशलेन्द्र ने भी दावा किया कि पार्टी के विधायकों को भाजपा की ओर से तोड़ने के लिए प्रलोभन दिया गया था। विधायकों को भाजपा की ओर से छह-छह करोड़ रुपए का आॅफर देने की बात कही गई। यहां तक कि रविवार को जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी कहा था कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमर को कमजोर करने के लिए चिराग मॉडल अपनाया गया था। बाद में आरसीपी सिंह के रूप में फिर से चिराग मॉडल-2 लाया जा रहा था लेकिन समय रहते जदयू ने इसे पहचान लिया। उन्होंने कहा था कि हम सब जानते हैं कि चिराग मॉडल किसका था। कहा गया कि उनका इशारा भाजपा की ओर था।

बिहार में राजनीतिक घमासान जदयू द्वारा पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से आय से अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने के मामले में स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद शुरू हुआ, जिसकी परिणति प्रदेश में राजग में टूट के रूप में सामने आया। इसके बाद शनिवार शाम आरसीपी सिंह ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।

इस बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चिराग मॉडल के बाद आरसीपी सिंह के जरिये जदयू को तोड़ने का आरोप लगाया। वहीं, इस बदले राजनीतिक परिदृश्य में प्रदेश की मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल ने भी आज महागठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई है। ऐसा माना जा रहा है कि महागठबंधन नीतीश कुमार को नई सरकार बनाने में अपना समर्थन देगा।

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