जीरो टॉलरेंस नीति का असर: गाजियाबाद में अपराध पर करारा प्रहार, 170 मुठभेड़ों में 292 अपराधी गिरफ्तार
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad News: देश की राजधानी दिल्ली से सटे पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध अपनाई गई जीरो टॉलरेंस नीति ने वर्ष 2025 में ऐतिहासिक परिणाम दिए हैं। गाजियाबाद पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड के निर्देशन में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा आमजन में सुरक्षा की भावना मजबूत करने की दिशा में कमिश्नरेट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
वर्ष 2025 के प्रारंभ से 23 दिसंबर 2025 तक की गई कार्यवाहियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि गाजियाबाद पुलिस अपराध के प्रति किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करेगी। सेवा, सुरक्षा और समर्पण की भावना से प्रेरित कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस की प्राथमिकता संगठित व गिरोहबंद अपराध पर प्रभावी नियंत्रण, अपराधियों में कानून का भय उत्पन्न करना तथा जनपद में सुरक्षित, भयमुक्त और अपराधमुक्त वातावरण स्थापित करना रही है। इसी क्रम में लूट, हत्या, स्नैचिंग, चोरी एवं अन्य संगीन अपराधों के विरुद्ध लगातार विशेष अभियान चलाए गए, जिनमें गुण्डा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट एवं जिला बदर जैसी कठोर कार्रवाइयों का व्यापक प्रयोग किया गया।
पुलिस ने तकनीक और रणनीति से अपराधियों पर शिकंजा | Ghaziabad News
पुलिस ने अभियानों के दौरान मैनुअल इनपुट के साथ-साथ सीसीटीवी निगरानी, डिजिटल इंटेलिजेंस और विशेष टीमों की सक्रियता का प्रभावी उपयोग किया गया। गाजियाबाद कमिश्नरेट में पुलिस की सतर्कता और रणनीतिक निगरानी के चलते कई सक्रिय गिरोहों पर करारा प्रहार हुआ और उनके सदस्यों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। इन कार्रवाइयों से जहां अपराधियों का मनोबल टूटा, वहीं आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना मजबूत हुई। 170 मुठभेड़ में 292 अपराधी गिरफ्तार किये और जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक जनवरी 2025 से 23 दिसंबर 2025 तक पुलिस मुठभेड़ों में बड़ी कार्रवाई की गई। जिले में हुई कार्रवाई में कुल मुठभेड़:170, गिरफ्तार अपराधी: 292 जबकि घायल अपराधी: 212, और मृत अपराधी: 3 शामिल है।
कमिश्नरेट में गैंगस्टर एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई
शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से समाज विरोधी गतिविधियों में लिप्त शातिर अपराधियों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1986 के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की गई। पंजीकृत अभियोग: 57 पर और अभियुक्त: 255 गिरफ्तार किये गए।
छह करोड़ 85 लाख की अवैध संपत्ति कुर्क
कमिश्नरेट पुलिस ने अपराध से अर्जित अवैध संपत्ति पर प्रहार करते हुए पेशेवर अपराधियों, भूमाफियाओं, साइबर अपराधियों, लूट-चोरी व ठगी में लिप्त अभियुक्तों की चल-अचल संपत्ति को कुर्क कराया गया। जब्त संपत्ति की अनुमानित कीमत: 6,85,00,000 (छह करोड़ पचासी लाख रुपये) की गई। Ghaziabad News
जिला बदर से अपराधियों में दहशत
आमजन को भयमुक्त माहौल देने के उद्देश्य से हत्या, बलवा, मारपीट, धमकी, धोखाधड़ी, लूट-चोरी, अवैध हथियार, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, गोवध एवं पशु क्रूरता जैसे मामलों में लिप्त अपराधियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की गई। गुण्डा एक्ट के अंतर्गत चालानी रिपोर्ट: 314,जिला बदर अपराधी: 160 और जिला बदर अपराधी 9 गिरफ्तार किये गए।
पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में कार्रवाइयों के ठोस परिणाम आए
पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गौड़ के नेतृत्व में सख्त कदमों से गिरोहबंद अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ, अपराधियों में कानून का भय पैदा हुआ, महिलाओं एवं कमजोर वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई और अवैध संपत्ति की कुर्की से अपराधियों की आर्थिक रीढ़ टूट गई। सबसे अहम बात यह रही कि पुलिस की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई से आमजन का पुलिस पर भरोसा और अधिक मजबूत हुआ।
कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस ने वर्ष 2025 में यह सिद्ध कर दिया है कि संगठित प्रयास, आधुनिक तकनीक और कठोर नीति के माध्यम से अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकता है। पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गौड़ का अप्रधिकयों को स्पष्ट संदेश है कि गाजियाबाद में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं, और आगे भी जीरो टॉलरेंस की नीति पूरी सख्ती से लागू रहेगी। अपराध के प्रति किसी भी स्तर पर समझौता नहीं बर्दाश्त नहीं होगा।
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