हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर पर टूटा लेंटर 10 महीने में भी नहीं किया ठीक: पंकज डावर

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Gurugram News: हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर का टूटा पड़ा लेंटर व लेन बंद करने के बाद ड्रम में उगी घास। इनसेट में कांग्रेस जिला शहरी अध्यक्ष पंकज डावर।

जनवरी 2025 से जयपुर से दिल्ली की तरफ फ्लाईओवर पर एक लेन है बंद

  • क्या इसी विकास के लिए जनता का वोट लेती है भाजपा
  • सरकार और प्रशासन की सडक सुरक्षा समिति भी नहीं कर रही गंभीरता से काम
  • एसी कमरों में बैठक सडक सुरक्षा समिति सिर्फ बातें करती है काम नहीं

गुरुग्राम (सच कहूँ न्यूज)। Hero Honda Chowk: कांग्रेस के जिला अध्यक्ष (शहरी) पंकज डावर ने कहा कि बरसात में भारी जलभराव के लिए जाना जाने वाला नेशनल हाइवे-48 (एनएच-48) पर हीरो होंडा चौक अब बार-बार फ्लाईओवर का लेंटर टूटने के नाम से भी जाना जाने लगा है। पहले तो लेंटर को ठीक भी कर दिया जाता था। 10 महीने पहले यानी जनवरी 2025 में टूटा फ्लाईओवर का लेंटर अब तक ठीक ही नहीं किया गया है। एक साल से जयपुर से दिल्ली की तरफ की एक लेन बंद पड़ी है। यहां रखे ड्रमों में घास तक उगी हुई है। टूटे लेंटर के बीच से ऊपर से नीचे की सडक नजर आती है।

पंकज डावर ने हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर पर जयपुर से दिल्ली की तरफ की फास्ट लेन में टूटे लेंटर को लेकर कहा कि इस फ्लाईओवर के निर्माण में खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन आज तक सरकार ने किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की। सबसे अहम बात यह है कि इस फ्लाईओवर पर एक नहीं बल्कि कई बार गड्ढे हो चुके हैं। लेंटर टूट चुके हैं। इसके बाद भी आज तक शायद ही इसकी गुणवत्ता जांची गई हो। अगर जांची भी गई है तो फिर किस अधिकारी पर, किस एजेंसी पर क्या कार्रवाई की गई यह नहीं बताया गया। पंकज डावर ने कहा कि वर्ष 2017 में इस फ्लाईओवर को करीब 200 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए जाने के बाद जनता के लिए खोला गया था। Gurugram News

इसके बाद 23 अप्रैल 2018 को यह फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हो गया। फिर आठ मई 2019 को दूसरी बार फिर से यह फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हुआ। इसके बाद 2021 में भी फ्लाईओवर क्षतिग्रस्त हुआ। दिसंबर 2024 में फिर से फ्लाईओवर से कंक्रीट गिरा और क्षतिग्रस्त हो गया। जनवरी 2025 में फिर से इस फ्लाईओवर में करीब तीन फीट के क्षेत्र में लेंटर गिर गया। लेंटर के सरिये नजर आने लगे। करीब एक साल से जयपुर से दिल्ली की तरफ जाने के लिए फास्ट लेन को रस्सी, ड्रम और बैरिकेट लगाकर बंद किया गया है। इस दौरान फ्लाईओवर की मरम्मत का शायद ही काम हुआ है। क्योंकि चढ़ाई से ठीक पहले तो गड्ढा वैसे का वैसा ही है। उसके बीच से नीचे जमीन, सडक नजर आ रही है। उस पर कोई काम नहीं किया गया है। ऊपर की तरफ भी कई जगह पर गड्ढे बने हुए हैं।

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